नागरिता संशोधन एक्ट और एनआरसी को लेकर जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बड़ा बयान दिया है। सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि विरोध करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। लेकिन प्रदर्शन के दौरान भावनाओं पर नियंत्रण करना जरूरी है। एएनआई के मुताबिक, जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआसरी) में अंतर है। आगे कहा कि सीएए जो एक कानून बन गया है दूसरा दूसरा एनआरसी, जिसे केवल घोषित किया गया है।य़ यह एक कानून नहीं है। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत आने वाले मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता नहीं मिलेगी। लेकिन वहीं इसका भारत में रहने वाले मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है। इस बात को भी उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले मुस्लमानों का इस बिल से कोई लेना देना नहीं है।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है !...