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Showing posts from May, 2020

भारतीय आयुध कारखानों कोयला क्षेत्रों सार्वजनिक क्षेत्रों को बेचा जाता है - आईटीयूसी

भारतीय आयुध कारखानों, कोयला क्षेत्रों, सार्वजनिक क्षेत्रों को बेचा जाता है  एआईटीयूसी मज़दूर वर्ग से लड़ने के लिए मज़बूती से लड़ती है    16 मई 2020 को वित्त मंत्री के चौथे पैकेज का COVID 19 राहत कार्यों से कोई लेना-देना नहीं था, लेकिन पिछले 5 वर्षों से अधिक समय से प्राकृतिक संपत्ति को बेचने की सरकार की आक्रामक नीतियों को जारी रखना था।  डाइकोटॉमी यह है कि इस पैकेज की घोषणा करते समय जिस शब्द का उपयोग किया जाता है, वह है Nir आत्म निर्भार भारत निर्माण ’।  घोषणाएं भारतीय और विदेशी ब्रांड के पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट्स के हित को बचाने के लिए विभिन्न उपाय थे।  सरकार ने वाणिज्यिक खनन के माध्यम से कोयला क्षेत्र का निजीकरण करने का फैसला किया है और लगभग 50 ब्लॉकों को निजी क्षेत्रों को सौंपने का फैसला किया है।  पहले से खोजे गए कोल ब्लाकों की नीलामी के प्रावधान के खिलाफ, अब आंशिक रूप से खंगाले जाने वाले ब्लॉकों की भी नीलामी की जाएगी।  निजी क्षेत्रों को अब अन्वेषण में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी।  कोल इंडिया लिमिटेड, कोल माइंस से कोल बेड मीथेन (CBM) निष्कर्षण अधिकार की नीलामी की जाएगी।  सरकार।  ने खन

सोमवार को सरधना क्षेत्र में 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक विद्युत आपूर्ति रहेगी बाधित

*सोमवार को सरधना क्षेत्र में सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक विधुत आपूर्ति रहेगी बाधित*  सरधना (मेरठ) सोमवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक सरधना क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी अवर अभियंता संजीव कुमार ने दी उन्होंने बताया कि सोमवार को मोदीपुरम बिजली घर से मढ़ियाई बिजली घर तक आने वाली 132 केवी की विधुत लाइन में रिपेयरिंग का कार्य किया जाएगा। जिसके चलते मोदीपुरम से सप्लाई नहीं मिल सकेगी और सरधना क्षेत्र के लोगों को सुबह 10 बजे से दोपहर तक 3 बजे तक बिजली नहीं मिल सकेगी।

राहुल गांधी ने रास्ते में मजदूरों से बातचीत की

देश में जारी लॉकडाउन के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली की सड़कों पर उतरकर कई प्रवासी मजदूरों से मुलाकात की और उनका हाल जाना। राहुल गांधी अचानक शाम के समय मस्क लगाकर सुखेदव विहार इलाके के फ्लाईआवेर के पास पहुंचे और वहां पैदल घर जाने के क्रम में फुटपाथ पर बैठे कुछ मजदूरों से मुलाकात की। इस दौरान सामाजिक दूरी का पूरा खयाल भी रखा गया।राहुल गांधी ने करीब एक घंटे तक मजदूरों से बातचीत की और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली। मजदूरों ने बताया कि बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने सभी मजदूरों को मास्क, खाना और पानी दिया। इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं से बोलकर गाड़ियां मंगवाईं और मजदूरों को घर तक भेजने का इंतजाम करवाया। दिल्ली कांग्रेस के नेता अनिल चौधरी ने बताया कि सभी मजदूरों को गाड़ियों से रवाना कर दिया गया। हालांकि पुलिस ने एक गाड़ी में सिर्फ दो लोगों को भेजने की अनुमति दी, फिर भी सभी मजदूरों के लिए गाड़ियों का इंतजाम करा लिया गया।इस दौरान खबर है कि राहुल गांधी ने जिन श्रमिकों से मुलाकात की उनको पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। बाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कोशिशों के बाद

22 मई को मजदूरों के अधिकार में कटौती के खिलाफ होगा राष्ट्रव्यापी आंदोलन

नई दिल्ली। विभिन्न केंद्रीय मजदूर संगठनों ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश तथा अन्य राज्यों में श्रम कानूनों को कमजोर करने की कड़ी आलोचना करते हुए को कहा है कि इनके विरुद्ध 22 मई को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मजदूर संगठनों ने यहां जारी एक बयान में श्रम कानूनों को कमजोर करने की कड़ी निंदा की और इन्हें निर्दयी तथा आपराधिक करार दिया। मजदूर संगठनों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकारें केंद्र सरकार की शह पर मजदूर कानूनों को कमजोर कर रही हैं और लंबे अरसे के बाद अर्जित की गई सुविधाओं को वापस ले रही हैं। उन्होंने कहा कि 22 मई को देशभर में इन कानूनों को कमजोर करने के खिलाफ धरने प्रदर्शन किए जाएंगे।नई दिल्ली में राजघाट पर श्रमिक संगठनों के केंद्रीय नेता दिन भर का अनशन करेंगे। इसके साथ ही राज्य की राजधानियों और जिला मुख्यालयों पर भी श्रमिक नेता अनशन पर रहेंगे। मजदूर संगठनों ने कहा है कि वैश्विक महामारी के कारण मजदूर पहले से ही गहरे दबाव में है उनके सामने जीवन और आजीविका का संकट पैदा हो गया है ऐसे समय में सरकार उनका साथ देना चाहिए लेकिन वह उनके शोषण का रास्ता तैयार कर रही है। उत्तर प्रदेश और मध

भारत और नेपाल में तनाव के क्या मायने

भारत ने हाल ही में लिपुलेख पास सड़क का उद्घाटन किया है जोकि भारत से कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने वालों का मुख्य रास्ता है। साथ ही इससे भारत की चीन सीमा तक सैन्य सामानों की भी आपूर्ति होती है। भारत-नेपाल सीमा को महाकाली नदी व गंडक नदी तय करती हैं परन्तु नदियों का स्वभाव है कि वह हर मौसम में अपना स्थान बदल लेती हैं जिस वजह से भारत नेपाल के बीच सीमा रेखा में विवाद उत्पन्न हो जाते हैं। इतना ही नहीं भारत नेपाल सांस्कृतिक, धार्मिक, भूगौलिक तौर पर इतने नजदीक हैं कि इनके बीच कभी भी आम लोगों ने सीमा रेखा को लेकर कभी कोई परवाह नहीं की। आज भी दोनों तरफ के लोग आम की तरह इधर से उधर घूमते रहते हैं। परंतु नेपाल में इन दिनों भारत विरोध के स्वर ऊंचे हो रखे हैं, लोग सड़कों से लेकर नेपाली संसद तक भारत को कटघरे में खड़ा कर सवाल पूछ रहे हैं कि भारत क्यों कालापानी, लिपुलेख पर अपना कब्जा किए बैठा है, जबकि वह क्षेत्र नेपाल का है। नेपाल सरकार व आम लोग उनकी अंग्रेजों के साथ हुई 1816 की सुगौली की संधि का हवाला दे रहे हैं। इतना ही नहीं नेपाली भारत से जाने वाले कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रियों के यात्रावृतांत का भी

मजदूर बेबस और लाचार क्यों समझा जाता है

मजदूरों की गांव वापसी की होड़ और सड़क पर मचा मौत का तांडव संवेदनाओं को इन दिनों झकझोर कर रख गया है। सैकड़ों हजारों मील की यात्रा बूढ़े से लेकर बच्चे एवं महिलाओं का जो हुजूम सड़कों पर इन दिनों पैदल जाने का दिख रहा है वह लोकतंत्र की मयार्दा में निहित सरकारों के लिए न केवल चुनौती है बल्कि उनके काम-काज पर भी सवालिया निशान लगाता है। जिस प्रकार सड़कों पर हादसों की तादाद बढ़ी है और मौत के आंकड़े गगनचुम्बी हो रहे हैं वो किसी भी सभ्य समाज को हिला सकते हैं। हादसे यह इशारा करते हैं कि कोरोना वायरस से भी बड़ी समस्या इन दिनों मजदूरों की घर वापसी है। लॉकडाउन के कारण करोड़ों की तादाद में लोग बेरोजगार हो गये। 50 दिनों के इस लॉकडाउन में भूख और प्यास में भी इजाफा हो गया। सरकारी संस्था हो या गैर सरकारी सभी को इस वायरस ने हाशिये पर खड़ा कर दिया है। कुछ स्वयं सेवी संस्थाएं आज भी सेवा में अपनी तत्परता दिखा रही हैं मगर वो भी असीमित संसाधन से युक्त नहीं है। सवाल यह है कि क्या लॉकडाउन से पहले सरकार इस बात का अंदाजा नहीं लगा पायी कि जो दिहाड़ी मजदूर या कल-कारखानों में छोटी-मोटी नौकरी करते हैं, रिक्षा, ऑटो, टैक्सी चलाते हैं

सोन नदी में डूबकर 7 युवकों की मौत

कांडी/हरिहरपुर/भवनाथपुर : गढ़वा के कांडी प्रखंड के डुमरसोता गांव में सोन नदी में डूबकर सात युवकों की मौत हो गयी. सभी मृतक डुमरसोता गांव के मिश्रा टोला के रहनेवाले थे. जानकारी के अनुसार, गांव के नौ युवक शनिवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे सोन नदी में नहाने गये थे. इनमें दो युवक पहले नहा कर नदी किनारे बैठ गये. वहीं सात युवक एक साथ नदी में नहाने उतरे. इन्हीं में से एक युवक आगे बढ़ गया. थोड़ी देर में वह डूबने लगा. उसे डूबता देख नहा रहे गांव के छह युवक उसे बचाने के लिए उस और बढ़े. देखते ही देखते सातों युवक डूबने लगे. नदी किनारे बैठे दोनों युवकों की नजर इन लोगों पर पड़ी. कुछ देर तक उन दोनों ने इंतजार किया सभी के नदी से निकलने का. जब उक्त सभी सात युवक नदी में दिखायी नहीं पड़े तो दोनों गांव में दौड़ कर गये और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी. जब तक गांववाले पहुंचते सभी सात युवक डूब चुके थे. गांव के आस-पास के गोताखाेर दोपहर एक बजे तक पांच शवों को निकाल चुके थे.

भारत के प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे ने बुधवार को एक सुनवाई के दौरान न्यायाधीशों और वकीलों को जल्द ही गाउन और जैकेट ना पहनने के निर्देश जारी किए जा सकते हैं

दिल्ली । भारत के प्रधान न्यायाधीश एस.ए. बोबडे ने बुधवार को एक सुनवाई के दौरान कहा कि न्यायाधीशों और वकीलों को जल्द ही गाउन और जैकेट न पहनने के निर्देश जारी किए जा सकते हैं, क्योंकि "इनसे वायरस की चपेट में आने के आसार बढ़ जाते हैं।" न्यायाधीश बोबडे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक मामले की सुनवाई करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल से कहा कि उनके विचार में न्यायाधीशों और वकीलों को कुछ समय के लिए जैकेट और गाउन नहीं पहनना नहीं चाहिए, क्योंकि "यह वायरस की चपेट में आसानी से ला सकता है।" व्हाट्सएप भुगतान सेवाओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के लिए सरकार के लिए नए निर्देश की मांग वाली नई याचिका पर सुनवाई करते हुए पीठ की ओर से यह टिप्पणी की गई, जिसमें न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा और न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय भी शामिल थे। बुधवार को न्यायाधीशों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सुनवाई के लिए सफेद शर्ट और एक बैंड पहना था। याचिकाकर्ता का प्रतिनिधित्व करने वाले सिब्बल ने पीठ से पूछा कि न्यायाधीश औपचारिक पोशाक में क्यों नहीं हैं। न्यायमूर्ति बोबडे ने सिब्बल को बताया कि न्यायाधीशों

सरधना में फल आढती पाया गया कोरोना पॉजिटिव

*सरधना में फल आढती पाया गया कोरोना पोजेटिव* *सरधना*- सरधना में फल मंडी के आढ़ती की कोरोना पोजेटिव रिपोर्ट आने से मचा हड़कंप। मोहल्ला कस्सबान का रहने वाला है धनिया उर्फ इकबाल  ।  दो दिन पूर्व सब्जी मंडी के 15 आढतियों के सैम्पल जांच को भेजे गए थे, जिनमें से 14 की नेगेटिव रिपोर्ट गुरुवार शाम को आ गयी थी। धनिया उर्फ इकबाल की बची हुई एक रिपोर्ट शुक्रवार की देर शाम पोजेटिव आने से चिकित्सा विभाग और स्थानीय प्रशासन में  हड़कंप मच गया है । जिसके चलते सरधना सील रहेगा  ।

एआईटीयूसी ने गृह मंत्रालय के ताजा आदेश को वापस लेने की मांग की

AITUC गृह मंत्रालय के ताजा आदेश को वापस लेने की मांग करता है  इसे भेदभावपूर्ण, मजदूर विरोधी और मानव विरोधी करार दिया  AITUC ने गृह मंत्रालय के नवीनतम आदेश को 3 मई को निरस्त करते हुए कहा कि सरकार केवल उन फंसे श्रमिकों को आंदोलन की सुविधा देगी जो तालाबंदी से ठीक पहले काम करने के लिए या कार्यस्थल से गृहनगर गए थे, लेकिन अपने मूल स्थानों पर नहीं लौट पाए /  लॉक डाउन उपायों के हिस्से के रूप में व्यक्तियों और वाहनों की आवाजाही पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण काम करते हैं।  यह एमएचए आदेश एक बार फिर दर्शाता है कि सरकार जमीनी हकीकत से पूरी तरह से बाहर है, एक भ्रमित बहुत, किसी भी आदेश को शूट करने से पहले अपना होमवर्क नहीं करता है, लेकिन श्रमिकों के परिवारों के प्रति असंवेदनशील, अमानवीय दृष्टिकोण के साथ एम्बेडेड है, जो बहुसंख्यक आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।  देश।  श्रमिक अक्सर किसी विशेष स्थान पर कई महीनों के काम के बाद परिवारों के आने की योजना नहीं बनाते हैं।  वे मौसमी काम के लिए भी आते हैं और यह भी कि जब वे बुवाई और कटाई के समय के बीच गांवों में कोई काम नहीं करते हैं। वे शहरों और शहरों में न केव

पिछले 24 घंटे में भारत में 2573 नए मामले 83 लोगों की मौत

नई दिल्ली,।  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 2,573 नए मामले और 83 लोगों की मौत की खबर आई है। देश में कोरोनावायरस मामलों की संख्या बढ़कर 42,836 हो गई। देश में कुल सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या 29,685 है, 11,761 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। इस वायरस से मरने वालों की संख्या 1,389 है।राज्यों में महाराष्ट्र में कोरोनावायरस मामलों की संख्या सबसे अधिक है। राज्य में कुल मामलों की संख्या 12,974 है, जबकि 548 लोगों की वहां इस वायरस मौत हो गई है। जबकि, ठीक होने वालों की संख्या 2,115 है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, गुजरात में अब तक 4,449 मामले और दिल्ली में 5,428 मामले सामने आए हैं।जिन अन्य राज्यों में मामलों में तेजी देखी गई है, वे हैं मध्य प्रदेश 2,942 मामले, राजस्थान 2,886 मामले, तमिलनाडु 3,023 मामले और उत्तर प्रदेश में 2,742 मामले हैं।सभी राज्यों में, मरने वाले लोगों की संख्या में भी महाराष्ट्र पहले स्थान पर है, जिसके बाद गुजरात में 290, मध्य प्रदेश में 165, राजस्थान में 71 और दिल्ली में 64 लोगों की मौत हुई है।अन्य प्रमुख राज्यों में, आंध्