उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने रविवार को भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद पर निशाना साधते हुए उन पर पार्टी के वोटों को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। मायावती ने आश्चर्य जताया है कि उत्तर प्रदेश के निवासी चंद्रशेखर आज़ाद राज्य में ऐसा करने के बजाय दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे थे। दलितों का मानना है कि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर, विरोधी पार्टियों के हाथों खेलकर खासकर बीएसपी के मज़बूत राज्यों में षड्यंत्र के तहत चुनाव के करीब वहां पार्टी के वोटों को प्रभावित करने वाले मुद्दे पर, प्रदर्शन आदि करके फिर जबरन जेल चला जाता है। जैसे यह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, लेकिन सीएए और एनआरसी पर यह यूपी की बजाए दिल्ली के जामा मस्जिद वाले प्रदर्शन में शामिल होकर जबरन अपनी गिरफ्तारी करवाता है। क्योंकि यहां जल्दी ही विधानसभा चुनाव होने वाला है। मायावती ने बसपा पार्टी के लोगों से अपील की है कि वे ऐसे सभी स्वार्थी तत्वों, संगठनों व पार्टियों से हमेशा सचेत रहें। वैसे ऐसे तत्वों को पार्टी कभी लेती नहीं है, चाहे वे कितना प्रयास क्यों ना कर ले? Also Read - मैंगलुरु में मृतक की बेटी ने पुलिस पर लगाया पिता की हत्या का आरोप कोर्ट ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद दिल्ली की जमा मस्जिद में नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंचे थे। दिनभर विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्वक चलता रहा लेकिन शाम होते ही उसने हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान पुलिस ने चंद्रशेखर आजाद समेत 15 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था। जिसके बाद सभी प्रदर्शनकारियों की शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में पेशी की गई। जहां से कोर्ट ने सभी प्रदर्शनकारियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कोर्ट ने चंद्रशेखर को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वर्तमान समय में चंद्रशेखर दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है ! हिं