बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर भारतीय जनता पार्टी को झटका दिया है। नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के रुख को साफ करते हुए कहा है कि राज्य में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू नहीं किया जाएगा। नीतीश कुमार जनता दल-यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा भी हैं। नीतीश कुमार का यह निर्णय एनडीए के लिए किसी झटके से कम नहीं है। यह संभवत: पहली बार है जब एनडीए के एक प्रमुख सहयोगी ने नरेंद्र मोदी सरकार के विवादास्पद नागरिकता कानून पर अपनी असहमति जताई है। इससे पहले 14 दिसंबर को, करीबी विश्वासपात्र प्रशांत किशोर के साथ एक बैठक के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कथित तौर पर इस मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ एक स्टैंड लेने का आश्वासन दिया था। किशोर लगातार नागरिकता अधिनियम और एनआरसी के खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं। गुरुवार को किशोर ने एनआरसी के खिलाफ ट्वीट किया था।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है !...