कुआलालंपुर। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शुक्रवार को अपने फाउंडेशन द्वारा आयोजित सत्र में युवा नेताओं को संबोधित किया। उन्होंने युवाओं से कहा कि "लोग विभाजनकारी मुद्दों पर अपने विचार बदल देते हैं, अगर उन्हें लगता है कि उन्हें सुना जा रहा है।"
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, शीर्षक हाउ द एशिया-पैसफिक शेप्ड अस में पूर्व राष्ट्रपति व उनकी सतौली बहन माया सोटोरो-एनजी ने इंडोनेशिया व हवाई के अपने बचपन के बारे में बताया।
ओबामा ने कहा "इसने मुझे समझ दी कि लोग कैसे संघर्ष कर सकते हैं, क्योंकि जब मैं 1967 में इंडोनेशिया गया था, तब इंडोनेशिया राजनीतिक उथल-पुथल से गुजर रहा था और देश काफी पिछड़ा हुआ था, गरीबी ज्यादा थी। उन्होंने कहा वहां काफी संपदा थी और आप देख सकते है कि कैसे समाज बहुत कुछ किसी को देता है।"
इस सम्मेलन में एशिया-पैसेफिक के 22 देशों से 200 उभरते हुए नेताओं ने भाग लिया। यह कार्यक्रम मंगलवार को शुरू हुआ और इसमें कार्यशाला, नेतृत्व विकास सत्र व सामुदायिक सेवा परियोजनाएं शामिल रहीं। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि "उन्हें बाते करने से ज्यादा सुनने पर जोर देना चाहिए।"
आज ईद उल फ़ितर के मौके पर ग्राम कुलिंजन स्थित ईद गाह पर ईद के नमाज़ अदा की गई,इस मौके पर क़ारी मेहताब खाँन साहब ने ईद के पवित्र त्यौहार पर प्रकाश डाला व देश के अमन ओ अमान और एक दूसरे के साथ प्यार बाँटने का संदेश देते हुए,सभी को ईद की मुबारकबाद दी, ईद के नमाज़ क़ारी, रहीम साहब, पेश इमाम जामा मस्जिद कुलिंजन ने पढ़वाई व इस के साथ ही ख़सूसी दुआ करवाई, जय हिंद सोशल वेलफ़ेयर सोसायटी के अध्यक्ष मुशाम खाँन ने आये हुए सभी नमाज़ियों की ईद की मुबारकबाद पेश की इस मौके पर मास्टर मईन उद्दीन खाँन, हाजी अरशद खाँन ,हाजी एहतेशाम,हाजी अतहर व हाजी अज़हर,हाफिज़ असग़र, सभी का इस्तकबाल करा।