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नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में व्यापक प्रदर्शन







 














नयी दिल्ली: देश के विभिन्न हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में व्यापक प्रदर्शन हुए, जबकि इस दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार में हिंसा तथा आगजनी देखने को मिली. राष्ट्रीय राजधानी में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर लगी रोक के बावजूद गुरुवार को सड़कों पर उतरने के चलते सैकड़ों छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया गया, जबकि कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं.बता दें कि दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों में धारा 144 भी लगाई गई थी.


पुलिस ने बताया कि आज राजधानी दिल्ली में अलग अलग जगहों पर प्रदर्शन कर रहे करीब 1200 लोग गिरफ्तार किए गए. जिनमें से करीब 350 को सूरजमल स्टेडियम नांगलोई और राजीव गांधी स्टेडियम बवाना ले जाया गया. जबकि कुछ को पुलिस स्टेशन ले जाया गया जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया.


कई मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया गया, जिससे शहर में यातायात प्रभावित हुआ. हालांकि देर शाम तक मेट्रो स्टेशनों को खोल दिया गया.


 

गिरफ्तार की गई राजनीतिक हस्तियां 


विपक्षी नेताओं डी राजा, सीताराम येचुरी, नीलोत्पल बसु, वृंदा करात, अजय माकन, संदीप दीक्षित के साथ ही योगेंद्र यादव और उमर खालिद को पुलिस ने हिरासत में लिया. उन्हें लाल किला और मंडी हाउस के पास से हिरासत में लिया गया, जहां प्रदर्शन करने की योजना बनाई गई थी. बाद में इन नेताओं को शहर के विभिन्न इलाकों में छोड़ दिया गया.


दिल्ली में निषेधाज्ञा लागू होने की वजह से दिल्ली पुलिस ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए लाल किला पहुंच रहे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया और आसपास बैरिकेड लगा दिए ताकि लोग वहां तक नहीं पहुंच सकें.


प्रदर्शनकारियों ने 'सीएए से आज़ादी', और 'एनआरसी से आज़ादी' के भी नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों में पुरानी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली के स्थानीय लोग तथा छात्र शामिल थे. पुलिस प्रदर्शनकारियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है.


इसके बाद प्रदर्शनकारी जंतर-मंतर की ओर बढ़ने लगे और इसे देखते हुए प्रदर्शन स्थल पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों और अवरोधकों को लगाया गया.


जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान लोगों ने गांधीगिरी का सहारा लिया और सुरक्षाकर्मियों को गुलाब का फूल दिया और कहा कि पुलिस जितना चाहें उन्हें लाठी मार सकती है, लेकिन उनका संदेश “घृणा के बदले में प्यार” है.


 

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने छात्रों और कार्यकर्ताओं से शांति बरतने की अपील की है. पुलिस ने किसी भी हालात से निपटने के लिए जंतर मंतर पर वाटर कैनन भी तैनात कर दिये हैं.


दिल्ली में कम से कम 20 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिये गये थे, हालांकि शाम को मेट्रो स्टेशन खोल दिए गए.


उड़ाने भी रहीं प्रभावित


विरोध प्रदर्शनों की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर यातायात जाम में चालक दल के सदस्यों के फंसे होने के कारण इंडिगो ने 19 उड़ानें रद्द कर दी हैं, जबकि 16 अन्य उड़ानें विलंबित हुईं.


दिल्ली हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.


विस्तारा, एयर इंडिया और इंडिगो ने घोषणा की कि जो लोग संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन की वजह से दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में जाम फंसे हुए हैं, उन्हें अन्य उड़ानों में समायोजित किया जाएगा.


विरोध प्रदर्शनों के बीच पुलिस के निर्देश पर दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में कुछ घंटों के लिए मोबाइल इंटरनेट, वायस और संदेश सेवाओं को निलंबित कर दिया गया।ब्रिटेन के अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंध और शैक्षिक अवसरों वाले संगठन 'ब्रिटिश काउंसिल' ने कहा कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में नए नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के कारण काउंसिल बृहस्पतिवार को बंद रहेगी.


शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील हुई फेल


आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने गुरुवार को लोगों से अपील की कि वे संशोधित नागरिकता कानून (सीएएए) के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करें. उन्होंने कहा कि हिंसा से समूचा आंदोलन बदनाम होगा और सरकार के लिए उद्देश्य का दमन करना ।इस बीच केन्द्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल धर्म के नाम पर छात्रों, महिलाओं और अन्य को उकसा कर संशोधित नागरिकता अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को भड़का रहे हैं.


उन्होंने कहा कि दिल्ली और लखनऊ के कुछ स्थानों को छोड़कर देश में स्थिति सामान्य है.


नये नागरिकता कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंसा भड़क उठी. उपद्रवियों ने पथराव किया, वाहनों को आग लगा दी जबकि संभल में दो सरकारी बसों को आग के हवाले कर दिया.


असामाजिक तत्वों ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया. शहर के अन्य कई हिस्सों में तनाव व्याप्त है. विशेषकर पुराने लखनऊ के मुस्लिम बहुल इलाकों में तनाव है.


कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. हसनगंज क्षेत्र में पथराव कर रही भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पडे़.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, इन्हीं उपद्रवियों से इसकी वसूली की जाएगी. इनकी संपत्ति को नीलाम करके वसूली की जाएगी.'


विपक्षी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विधान भवन परिसर में प्रदर्शन किया. सपा विधायक सुबह ही विधान भवन में एकत्र हो गये हालांकि इस दौरान सुरक्षा के कडे़ इंतजाम थे.


सपा विधायकों ने सीएए के खिलाफ नारेबाजी की. उसी समय कांग्रेस विधायकों ने भी प्रदर्शन किया. चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के निकट सपा के नेता एकत्र हुए और वहां नारेबाजी की. कांग्रेस विधायक भी निकट की सीढ़ियों पर प्रदर्शन कर रहे थे.


संभल के जिलाधिकारी अविनाश के सिंह ने कहा, 'जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं. यहां भीड़ ने एक बस को आग लगा दी जबकि एक अन्य को क्षतिग्रस्त कर दिया.'


उन्होंने बताया, 'एक थाने पर भी प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया. इंटरनेट सेवाएं एहतियात के तौर पर बंद की गयी हैं.'


मऊ में भीड़ ने पथराव किया, जिसके बाद आरएएफ और पीएसी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. यहां भी इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं।


अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कई शिक्षकों ने मौन जुलूस निकाला. प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं.


बिहार में ट्रेनें रोकी


बिहार की राजधानी पटना में वामपंथी छात्र संगठनों एआईएसएफ और आईसा से जुड़े कार्यकर्ता राजेंद्रनगर रेलवे स्टेशन के पास पटरियों पर बैठ गए जिससे सुबह करीब आधा घंटा तक ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही.


जन अधिकार पार्टी (जैप) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने राजेंद्रनगर रेलवे स्टेशन से सटी सड़क पर टायर जलाकर उनमें से कुछ को पटरियों पर फेंक दिया और वाहनों तथा बसों को नुकसान पहुंचाया.


जैप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने अपने समर्थकों के साथ बंद के दौरान प्रतीकात्मक तौर पर अपने-अपने हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां पहने पटना के डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन किया.


जहानाबाद जिले में भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने काको मोड़ पर सड़क पर प्रदर्शन किया जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 110 और 83 पर यातायात बाधित हुआ.


भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने मुजफ्फरपुर के मुशहरी प्रखंड मुख्यालय के समीप भी प्रदर्शन किया जिससे आस-पास तथा पड़ोसी समस्तीपुर जिले में वाहनों का आवागमन बाधित हुआ.


बेंगलुरू में इतिहासकार रामचन्द्र गुहा समेत बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में लिया. राज्य के हुबली, कलबुर्गी, हासन, मैसूरु और बेल्लारी सहित राज्य के तमाम हिस्सों में प्रदर्शन हुए. पुलिस ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में इन लोगों को गिरफ्तार किया.


अपनी हिरासत पर गुहा ने कहा कि यह 'बिल्कुल अलोकतांत्रिक है' कि पुलिस शांतिपूर्ण तरीके से भी प्रदर्शन नहीं करने दे रही है, जबकि यह नागरिकों का मौलिक अधिकार है।









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