नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में हिंसा में मारे गए नूर मोहम्मद को दौराला में किया गया सुपुर्द ए खाक
मुजफ्फरनगर। नागरिकता संशोधन विध्ेयक के विरोध् में बीते दिवस प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में गोली लगने से घायल हुए नूरमौहम्मद की देररात्रि में मेरठ के एक अस्पताल में मौत हो गयी थी, जिसके शव को परिजन खालापार में लाना चाह रहे थे, लेकिन प्रशासन माहौल खराब होने के डर से शव को मेरठ में ही सुपुर्देखाक करने पर जोर दे रहा था। कई घंटे की मशक्कत के बाद मृतक नूरमौहम्मद के परिजन पुलिस-प्रशासन की बात मानने पर राजी हो गये और शव को दौराला में सुपुर्देखाक कर दिया गया, जिससे प्रशासन ने राहत की सांस ली। जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला किदवईनगर खालापार निवासी नूरमौहम्मद पुत्र इकराम बीते दिवस नागरिकता संशोधन विध्ेयक के विरोध् में हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा के चलते गोली लगने से गंभीररूप से घायल हो गया था। प्रदर्शन के बाद हुई हिंसा के कारण मची अफरा-तफरी के बीच नूरमौहम्मद के परिजन उसे गंभीर हालत में मेरठ ले गये, जहां उसने देररात्रि में एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसके परिजन रात में ही शव को खालापार लेकर आने के लिए चल दिये थे, लेकिन प्रशासन ने माहौल खराब होने के डर से उसके परिजनों को शव को मेरठ मेें ही सुपुर्देखाक करने को कहा, लेकिन परिजन नहीं माने और शव को दौराला में एक रिश्तेदारी में लेकर आ गये। आज पूरा दिन शव को खालापार में लेकर आने की कोशिश होती रही और प्रशासन उन्हें दौराला में ही शव का सुपुर्देखाक करने को कहता रहा। कई घंटे की मशक्कत के बाद सभासद अन्नु कुरैशी की मध्यस्थता के बाद मृतक नूरमौहम्मद के परिजनों ने उसके शव को दौराला में ही सुुपुर्देखाक कर दिया। इसके बाद पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली। इस पूरे प्रकरण की डीएम सेल्वाकुमारी जे. व एसएसपी अभिषेक यादव लगातार मोनिटरिंग करते रहे। शहर कोतवाल अनिल कप्परवान व खालापार चौकी प्रभारी विनय शर्मा को इसी मामले को सुलझाने में लगाया हुआ था।