नागरिकता संशोधन बिल राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद लागू हो चुका है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 5 राज्य जो कह चुके हैं कि वो इस बिल को लागू नहीं करेंगे। नागरिकता का मुद्दा संविधान की 7 वीं अनुसूची द्वारा संघ सूची में आता है। जो संशोधन सभी राज्यों पर लागू होगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल, केरल, पंजाब, मेघालय और छत्तीसगढ़ राज्य की सरकारों ने बिल को लागू करने से मना कर दिया है। लेकिन वहीं गृह मंत्रालय ने कहा कि जो भी केंद्र का कानून होता है उसे कोई भी राज्य लागू करने से इनकार नहीं कर सकता है। बता दें कि इस बिल का सबसे ज्यादा विरोध पूर्वोत्तर भारत में हो रहा है, असम, मेघालय और त्रिपुरा के लोग बिल के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। कई इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया तो कहीं क्फ्यू लगा दिया गया है। इस बिल के लागू होने के बाद जनवरी 2015 तक भारत आए सभी गैर मुस्लिम बौद्धों, ईसाइयों, हिंदुओं, जैनियों, पारसियों और सिखों को भारत की नागरिता मिल जाएगी। लेकिन असम में हजारों प्रदर्शनकारी, जो बांग्लादेश के साथ एक सीमा साझा करते हैं वो बाहरी प्रवासियों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शिलॉन्ग के कुछ हिस्सों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाया गया था। आज भी गुवाहाटी में आसू संगठन के बैनर तले कुछ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
*बहुजन मुक्ति पार्टी की राष्ट्रीय स्तर जनरल बॉडी बैठक मे बड़े स्तर पर फेरबदल प्रवेंद्र प्रताप राष्ट्रीय महासचिव आदि को 6 साल के लिए निष्कासित*
*(31 प्रदेश स्तरीय कमेटी भंग नये सिरे से 3 महिने मे होगा गठन)* नई दिल्ली:-बहुजन मुक्ति पार्टी राष्ट्रीय जनरल बॉडी की मीटिंग गड़वाल भवन पंचकुइया रोड़ नई दिल्ली में संपन्न हुई। बहुजन मुक्ति पार्टी मीटिंग की अध्यक्षता मा०वी०एल० मातंग साहब राष्ट्रीय अध्यक्ष बहुजन मुक्ति पार्टी ने की और संचालन राष्ट्रीय महासचिव माननीय बालासाहेब पाटिल ने किया। बहुजन मुक्ति पार्टी की जनरल ढांचे की बुलाई मीटिंग में पुरानी बॉडी में फेर बदल किया गया। मा वी एल मातंग ने स्वयं एलान किया की खुद स्वेच्छा से बहुजन मुक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं राजनीती से सन्यास और राष्ट्रीय स्तर पर बामसेफ प्रचारक का कार्य करते रहेंगे। राष्ट्रीय स्तर की जर्नल बॉडी की बैठक मे सर्व सम्मत्ती से राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष जे एस कश्यप को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर चुना गया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के लिए मा वैकटेस लांमबाड़ा, मा हिरजीभाई सम्राट, डी राम देसाई, राष्ट्रीय महासचिव के पद पर मा बालासाहब मिसाल पाटिल, मा डॉ एस अकमल, माननीय एडवोकेट आयुष्मति सुमिता पाटिल, माननीय एडवोकेट नरेश कुमार,