- पंजाब के कई विधायक नई गाड़ी क्योंकि उनकी गाड़ियां 10 साल पुरानी हो चुकी हैं और जब वे दिल्ली जाते हैं तो वहां ट्रैफिक पुलिस उनकी गाड़ियां जब्त कर लेती है। दिल्ली में कोई भी 10 साल से ज्यादा पुरानी डीजल की गाड़ी नहीं चल सकती। वहां प्रदूषण के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार विधायकों के लिए इस समय कम से कम 20 नई इनोवा गाड़ियां चाहिएं। कुछ मंत्रियों की गाड़ियां भी पुरानी हो चुकी हैं। पंजाब के विधायक अक्सर दिल्ली हाईकमान को मिलने के लिए जाते रहते हैं। कुछ समय पहले दिल्ली पुलिस ने एक विधायक की 10 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ी अपने कब्जे में ले ली थी। ऐसा ही एक सीनियर अधिकारी के साथ हुआ था। अधिकारी को तो टैक्सी किराये पर लेनी पड़ गई थी क्योंकि पुलिस ने उसकी गाड़ी छोड़ने से मना कर दिया था। पंजाब ही एक ऐसा राज्य है जहां सरकारी खर्चे पर विधायकों को इनोवा खरीद कर दी जाती है।
हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल और दूसरे राज्यों के विधायक अपनी गाड़ी खुद खरीदते हैं लेकिन उनको टी.ए तथा डी.ए मिलता है। पंजाब में विधायकों को गाड़ी के साथ तेल भी मिलता है। विधायकों का तेल का कोटा फिक्स है। पंजाब में जब आंतकवाद था तब कुछ विधायकों को और दूसरे राजनेताओं को सरकारी तौर पर गाड़ी देने का सिलसिला शुरू किया गया था।
विधायकों ने सरकारी गाड़ी का कभी विरोध नहीं किया :
दिलचस्प बात है कि विधायकों ने सरकारी गाड़ी का कभी विरोध नहीं किया। न ही इसे लेने से किसी विधायक ने मना किया है। हालांकि सबको पता है कि पंजाब की आर्थिक स्थिति अब इतनी कमजोर है कि इसे देखते विधायकों को सरकारी गाड़ी देने का सिलसिला खत्म होना चाहिए।