पटना: नागरिकता कानून को लेकर आरजेडी ने शनिवार को बिहार में राज्यव्यापी बंद का बुलाया था. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने साफ कहा था कि बंद बिल्कुल शांतपूर्ण होगा लेकिन सूबे में जगह-जगह हिंसा देखने को मिली. तेजस्वी यादव की शांति अपील जमीन पर उनके कार्यकर्ताओं तक नहीं पहुंची।आरजेडी के सारे वादे और दावे उस वक्त नाकाम साबित हुए जब पार्टी के जिला अध्यक्ष कैमरे के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन की बात करने के चंद सेकंड बाद ही तोड़-फोड़ करते दिखे और ये सब कैमरे में कैद हो गया. यह जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से तेजस्वी यादव को दी गयी जिसका उन्होंने जवाब भी दिया.
एक पत्रकार ने तेजस्वी को टैग करते हुए लिखा कि ऐसा कौन करता है भला? भागलपुर में कैमरा के सामने शांतिपूर्ण हालात का वादा करते हैं और ये साहब दूसरे ही पल डंडे से ऑटो के काँच फोड़ते नज़र आते हैं...
इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया गया.
इस ट्वीट का जवाब देते हुए तेजस्वी ने लिखा कि बिहार बंद संबंधित पार्टी के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने के कारण कठोर अनुशासनात्मक कारवाई करते हुए ज़िला अध्यक्ष को पद से हटा दिया गया है. ऑटोरिक्शा वाले को चिह्नित कर पार्टी द्वारा उन्हें हुए नुक़सान की भरपाई की जाएगी.