उन्होंने कहा कि इसी समय अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवैध पूंजी प्रवाह, धन शोधन और कर चोरी से लड़ने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने चाहिए, जो विकासशील दुनिया के महत्वपूर्ण संसाधनों को खत्म कर रहे हैं।
उन्होने कहा, "अब पहले से अधिक जन भागादारी, मापनीय समाधान और उच्च महत्वाकांक्षा पैदा करने की जरूरत है।"
उन्होंने कहा कि दुनिया में गरीबी उन्मूलन, उत्सर्जन में कमी, रोजगार सृजन या लैंगिक समानता में बदलाव की जरूरत है "बस सतत विकास लक्ष्यों को 2030 तक पूरा करने के लिए जरूरी गति या पैमाने पर नहीं हो रहा है।"
जी77 का नाम इसके 77 संस्थापक सदस्यों के कारण पड़ा है और संयुक्त राष्ट्र में यह 133 विकासशील देशों का समूह है। (आईएएनएस)