भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने वाले सबसे प्रभावशाली क्रांतिकारियों में से एक भगत सिंह (Bhagat singh) का नाम सभी की जुबान पर रहता है। भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को हुआ था। देश को समर्पित होने वाला यह नौजवान 23 वर्ष की आयु में ही शहीद हो गया था। उन्होंने अपने जीवन काल में एक मजबूत प्रभाव छोडा। भगत सिंह के नारे (Slogan) आज भी लोगों की जुबां पर रहते हैं। आइए इस गणतंत्र दिवस (Republic day) पर जानें भगत सिंह के कुछ खास नारे जिन्हें आप अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है ! हिं