लोहरदगा : लोहरदगा जिले में सीएए और एनआरसी के समर्थन में निकली रैली पर पथराव व हिंसा के बाद लगी कर्फ्यू में तीन दिन बाद सोमवार को दो घंटे की छूट दी गयी थी. इसके साथ ही लोग आवश्यक सामान की खरीदारी करने के लिए दुकानों की ओर दौड़ पड़े. सबसे ज्यादा भीड़ दवा दुकानों में देखी गयी.
वहीं रोजमर्रा के सामान की खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़ ने यह बता दिया कि कर्फ्यू से लोग काफी परेशान हैं. वहीं बच्चों के लिए दूध, वृद्धों के लिए आवश्यक दवा, रोजमर्रा के लिए सब्जी, चावल व दाल खरीदने के लिए सैकड़ों लोग विभिन्न दुकानों में जमा हो गये.
दो घंटे के अंदर लोग भारी मात्रा में सामान खरीद कर अपने घर ले गये. वहीं एटीएम खुलने से लोग लंबी कतार लगाकर पैसा निकालने के लिए खड़े नजर आये. पेट्रोल पंप में भारी भीड़ नजर आयी. लोहरदगा में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात हैं.
हर दिन 50 लाख रुपये का कारोबार प्रभावित
कर्फ्यू के दौरान लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. व्यापार बुरी तरह प्रभावित है. लगभग ₹50 लाख रुपये का कारोबार हर दिन प्रभावित हो रहा है. सब्जियां खराब हो रही हैं. कई स्थानों पर फार्म में रखी मुर्गियां बगैर दाना-पानी के मर गयीं .
सौ लोगों को पुलिस ने लिया हिरासत में
पुलिस द्वारा जिला प्रशासन के साथ मिलकर फ्लैग मार्च किया जा रहा है. लोहरदगा की घटना के बाद 100 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. 16 को गिरफ्तार िकया गया है. जोनल आइजी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि धीरे-धीरे लोहरदगा की स्थिति सुधर रही है और आनेवाले दिनों में स्थिति और बेहतर होगी. संवेदनशील इलाकों में 24 घंटे पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
घायल की मौत
रांची. लोहरदगा झड़प में घायल नीरज राम प्रजापति की मौत इलाज के क्रम में सोमवार को रिम्स में हो गयी़ उनके रिश्तेदार संतोष कुमार प्रजापति ने बताया कि नीरज की स्थिति में सुधार हो रही थी. अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गयी़.