नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। ऐसा करने वाला यह देश का पहला राज्य है। याचिका में शीर्ष अदालत से सीएए को असंवैधानिक घोषित करने का अनुरोध किया गया है। यह याचिका भारत के संविधान के अनुच्छेद 131 के तहत दायर की गई है।
अनुच्छेद 131 कहता है कि सुप्रीम कोर्ट अनुच्छेद 14 के तहत प्रदत्त मौलिक अधिकारों का संरक्षक है। अनुच्छेद 14 में कहा गया है कि अगर मौलिक अधिकारों का किसी भी प्रकार का उल्लंघन होता है, तो कोई भी संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत सीधे सुप्रीम कोर्ट में जा सकता है (यह एक मौलिक अधिकार भी है)।
लेकिन जब भारत के राज्यों के बीच, या राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच कोई विवाद पैदा होता है, तो संविधान के अनुच्छेद 131 के तहत यह सुप्रीम कोर्ट के अधिकार क्षेत्र में आता है कि वह इन विवादों को सुलझाए। जो लोग पहले ही सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं, उनमें इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथला शामिल हैं।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है !...