चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को अपनी सरकार द्वारा राज्य में रोजग़ार पैदा करने के किए दावों को सबूतों समेत जारी करते हुए अकालियों को करारा जवाब देते हुए कहा कि अब अकाली नेता राज्य के लोगों को बेशर्मी से झूठ बोलकर गुमराह करने के बदले माफी मांगें।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि सुखबीर और लोगों द्वारा पूरी तरह से नकारी और नजऱअंदाज़ की गई उसकी पार्टी के साथियों को कुछ भी पता नहीं लग रहा है कि पंजाब में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनके (मुख्यमंत्री) द्वारा बोले हर शब्द पर प्रतिक्रिया देने के लिए अकाली नेता इतने तत्पर और बड़बोले रहते हैं कि वह असली तथ्यों को देखे बिना ही अपनी अनावश्यक और बेबुनियाद बयानबाज़ी शुरू कर देते हैं।
मुख्यमंत्री ने आंकड़ों के साथ असली विवरण जारी करते हुए कहा कि वास्तव में 1 अप्रैल, 2017 से अब तक रोजग़ार के पैदा किए मौकों का डाटा 11 लाख से भी अधिक है जिस संबंधी उन्होंने दिल्ली में कांग्रेसी उम्मीदवार के लिए प्रचार करते हुए खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि सरकारी तौर पर उनके पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल, 2017 से 31 दिसंबर, 2019 तक 57,905 सरकारी नौकरियां पैदा की गईं जबकि 3,96,775 प्राईवेट तौर पर प्लेसमेंट करवाई गई और 7,61,289 को उनकी सरकार द्वारा स्वै-रोजग़ार के अंतर्गत मदद मुहैया करवाई गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘‘सुखबीर और उसके साथियों को मैं बता दूं कि उक्त कुल विवरणें का जोड़ 12,15,969 बनता है जो कि दिल्ली प्रचार के दौरान मेरे द्वारा बोले गए 11 लाख के आंकड़े से भी अधिक है।’’ कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इसके अलावा 20,21,568 घर को मनरेगा स्कीम के अंतर्गत रोजग़ार दिया गया जिसके अंतर्गत 648.26 लाख रुपए अदा हुए।
मुख्यमंत्री ने अकालियों को चुनौती दी कि वह अपने 10 साल के कुशासन के दौरान नौजवानों के लिए पैदा किए रोजग़ार के आंकड़े भी पेश करें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने अपने तीन साल के कार्यकाल में अकालियों के 10 साल में किये कार्यों से अधिक काम कर दिए हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अकाली दल अपने कार्यकाल के दौरान राज्य के लोगों के साथ किये खिलवाड़ और ज़्यादतियों के बदले पछतावा करें या माफी मांगें और पिछले छह सालों के दौरान केंद्र सरकार में हिस्सेदारी होते हुए भी पंजाब के लोगों के लिए कोई फ़ायदा करवा कर अपनी हाजिऱी दर्ज करवाने की बजाय अकाली नेता दयनीय ढंग से राजनीतिक ड्रामे करते आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार फिर सुखबीर और उसके साथियों ने सिद्ध कर दिया है कि वह पंजाब के असली हालात से पूरी तरह अनजान हैं और लोगों की इच्छाओं और ज़रूरतों से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं। उन्होंने कहा कि इन गलतियों की नुकसान अकाली दल को पिछली विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ा था और आने वाले सालों में और भी भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अकाली नेता अपने बेशर्मी भरे बयानों से पंजाब के लोगों को गुमराह करने में सफल नही होंगे बल्कि ऐसी भद्दी हरकतों से उनको राजनीति में नीचे की ओर लेकर जाएगा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अब समय आ गया है कि अकाली ऐसे बेबुनियाद और तथ्य रहित झूठ वाले बयान देने की बजाय रचनात्मक आलोचना करें क्योंकि कांग्रेस की सरकार राज्य की खोई हुई शान को बहाल करने के लिए निरंतर कोशिशें कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के अन्य योग्य नौजवानों को नौकरी देने के लिए वचनबद्ध है जिसके लिए महत्वपूर्ण योजना ‘घर-घर रोजग़ार’ सफलता के साथ शुरू की गई। उन्होंने कहा कि न ही अकालियों के झूठे दावे और न ही आम आदमी पार्टी के असहनीय दोषों से लोगों को भडक़ाया जा सकता है जो कि बहुत समझदार हैं और उनको पता है कि लोगों का भला किसमें है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि सुखबीर और लोगों द्वारा पूरी तरह से नकारी और नजऱअंदाज़ की गई उसकी पार्टी के साथियों को कुछ भी पता नहीं लग रहा है कि पंजाब में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनके (मुख्यमंत्री) द्वारा बोले हर शब्द पर प्रतिक्रिया देने के लिए अकाली नेता इतने तत्पर और बड़बोले रहते हैं कि वह असली तथ्यों को देखे बिना ही अपनी अनावश्यक और बेबुनियाद बयानबाज़ी शुरू कर देते हैं।
मुख्यमंत्री ने आंकड़ों के साथ असली विवरण जारी करते हुए कहा कि वास्तव में 1 अप्रैल, 2017 से अब तक रोजग़ार के पैदा किए मौकों का डाटा 11 लाख से भी अधिक है जिस संबंधी उन्होंने दिल्ली में कांग्रेसी उम्मीदवार के लिए प्रचार करते हुए खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि सरकारी तौर पर उनके पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल, 2017 से 31 दिसंबर, 2019 तक 57,905 सरकारी नौकरियां पैदा की गईं जबकि 3,96,775 प्राईवेट तौर पर प्लेसमेंट करवाई गई और 7,61,289 को उनकी सरकार द्वारा स्वै-रोजग़ार के अंतर्गत मदद मुहैया करवाई गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘‘सुखबीर और उसके साथियों को मैं बता दूं कि उक्त कुल विवरणें का जोड़ 12,15,969 बनता है जो कि दिल्ली प्रचार के दौरान मेरे द्वारा बोले गए 11 लाख के आंकड़े से भी अधिक है।’’ कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इसके अलावा 20,21,568 घर को मनरेगा स्कीम के अंतर्गत रोजग़ार दिया गया जिसके अंतर्गत 648.26 लाख रुपए अदा हुए।
मुख्यमंत्री ने अकालियों को चुनौती दी कि वह अपने 10 साल के कुशासन के दौरान नौजवानों के लिए पैदा किए रोजग़ार के आंकड़े भी पेश करें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने अपने तीन साल के कार्यकाल में अकालियों के 10 साल में किये कार्यों से अधिक काम कर दिए हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अकाली दल अपने कार्यकाल के दौरान राज्य के लोगों के साथ किये खिलवाड़ और ज़्यादतियों के बदले पछतावा करें या माफी मांगें और पिछले छह सालों के दौरान केंद्र सरकार में हिस्सेदारी होते हुए भी पंजाब के लोगों के लिए कोई फ़ायदा करवा कर अपनी हाजिऱी दर्ज करवाने की बजाय अकाली नेता दयनीय ढंग से राजनीतिक ड्रामे करते आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार फिर सुखबीर और उसके साथियों ने सिद्ध कर दिया है कि वह पंजाब के असली हालात से पूरी तरह अनजान हैं और लोगों की इच्छाओं और ज़रूरतों से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं। उन्होंने कहा कि इन गलतियों की नुकसान अकाली दल को पिछली विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ा था और आने वाले सालों में और भी भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अकाली नेता अपने बेशर्मी भरे बयानों से पंजाब के लोगों को गुमराह करने में सफल नही होंगे बल्कि ऐसी भद्दी हरकतों से उनको राजनीति में नीचे की ओर लेकर जाएगा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अब समय आ गया है कि अकाली ऐसे बेबुनियाद और तथ्य रहित झूठ वाले बयान देने की बजाय रचनात्मक आलोचना करें क्योंकि कांग्रेस की सरकार राज्य की खोई हुई शान को बहाल करने के लिए निरंतर कोशिशें कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के अन्य योग्य नौजवानों को नौकरी देने के लिए वचनबद्ध है जिसके लिए महत्वपूर्ण योजना ‘घर-घर रोजग़ार’ सफलता के साथ शुरू की गई। उन्होंने कहा कि न ही अकालियों के झूठे दावे और न ही आम आदमी पार्टी के असहनीय दोषों से लोगों को भडक़ाया जा सकता है जो कि बहुत समझदार हैं और उनको पता है कि लोगों का भला किसमें है।