गुवाहाटी। असम में रहने वालीं बंगाली हिंदू लड़कियां या लड़के स्थानीय (असम) लोगों में से अपना पार्टनर चुनते हैं तो उन्हें आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है। राज्य भाषाई अल्पसंख्यक विकास बोर्ड की ओर से प्रस्तावित एक योजना के तहत उनको चालीस हजार की सहायता उपलब्ध कराएगा। इसका उद्देश्य है कि दो समुदायों के बीच के संबंधों को मजबूती प्रदान की जाए।
बोर्ड के चेयमैन आलोक कुमार घोष ने बताया कि अलग समुदाय में विवाह करने वाले दंपती को अकसर संपत्ति से अलग कर देते हैं। इसके अलावा उनका सामाजिक बहिष्कार का भी सामना करना पड़ता है। हमारा प्रयास है कि इस तरह के दंपती की दुकान, ब्यूटी सलून खोलने के साथ ही खेती किसानी करने में भी सहायता की जाए।'
आज ईद उल फ़ितर के मौके पर ग्राम कुलिंजन स्थित ईद गाह पर ईद के नमाज़ अदा की गई,इस मौके पर क़ारी मेहताब खाँन साहब ने ईद के पवित्र त्यौहार पर प्रकाश डाला व देश के अमन ओ अमान और एक दूसरे के साथ प्यार बाँटने का संदेश देते हुए,सभी को ईद की मुबारकबाद दी, ईद के नमाज़ क़ारी, रहीम साहब, पेश इमाम जामा मस्जिद कुलिंजन ने पढ़वाई व इस के साथ ही ख़सूसी दुआ करवाई, जय हिंद सोशल वेलफ़ेयर सोसायटी के अध्यक्ष मुशाम खाँन ने आये हुए सभी नमाज़ियों की ईद की मुबारकबाद पेश की इस मौके पर मास्टर मईन उद्दीन खाँन, हाजी अरशद खाँन ,हाजी एहतेशाम,हाजी अतहर व हाजी अज़हर,हाफिज़ असग़र, सभी का इस्तकबाल करा।