नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली की हिंसा के बाद अब जिंदगी धीरे-धीरे कदम आगे बढ़ा रही है। दुकानें भी खुलने लगी हैं, गाड़ियां भी सड़कों पर निकलने लगी हैं। बाजार में चहल-पहल देखी जा रही है। दिल्ली पुलिस अनुसार, दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 42 तक पहुंच गई है।
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-दिल्ली हिंसा की जांच के मामले में दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने साइबर सेल की सहायता मांगी है। करीब 12 एफआईआर में साइबर सेल अपने स्तर पर जांच कर रही है। दरअसल साइबर सेल कई सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर्स की सहायता से करती है। दिल्ली हिंसा के ऐसे कई सीसीटीवी फुटेज साइबर सेल को सौपे गए हैं जिनकी क्वालिटी खराब है। सूत्रों की माने तो इन्हीं सीसीटीवी फुटेज के जरिए हिंसा करने वालों की पहचान का काम शुरू हो चुका है, इसके अलावा सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सअप और फेसबुक के जरिए नफरत फैलाने वालों की पहचान करने का काम भी शुरू हो गया है।
-कांग्रेस की पूर्व निगम पार्षद इशरत जहां को हिंसा भड़काने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इशरत जहां जगतपुरी इलाके की पूर्व निगम पार्षद रही हैं। पुलिस के मुताबिक इन पर खुरेंजी में हिंसा फैलाने का आरोप है।
- दिल्ली पुलिस ने 35 के मरने के कारणों की पहचान करते हुए बताया कि पिछले दिनों नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा में 22 लोगों की मौत पत्थरबाजी की के कारण हुई है, जबकि 13 मौत गोली लगने की वजह से हुई है।
पुलिस ने शुक्रवार को नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा में 35 लोगों के मारे जाने के कारणों का खुलासा किया और उनकी मौत की वजह भी बताई. 35 में से 22 की मौत पथराव या उन पर हुए शारीरिक हमले से हुई जबकि 13 की मौत बंदूक की गोली लगने से हुई.
-दिल्ली सरकार के सूत्रों से पता चला है कि व्हाट्सएप पर नफरत से भरी बातें फैलाई जा रही हैं। अगर किसी को ऐसी कोई सामग्री मिलती है तो उसे दिल्ली सरकार में तुरंत शिकायत दर्ज करवाएं। दिल्ली सरकार इसके लिए एक व्हाट्सएप नंबर जारी करने जा ही है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक ऐसे शिकायतों की समीक्षा के बाद अगर उन्हें सही पाया गया तो आगे की कार्रवाई के लिए इसे पुलिस के पास फॉर्रवर्ड कर दिया जाएगा।
दिल्ली पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों ने रात भर हिंसा ग्रस्त इलाकों में मौजपुर, करावल नगर, भजनपुरा, सीलमपुर और जाफराबाद जैसे इलाकों में पुलिस की भारी बंदोबश्त है। पुलिस एहतियातन लोगों से सावधानी बरतने की बात कह रही है और अफवाहों से बचने का आग्रह कर रही है।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है ! हिं