नई दिल्ली : एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने उत्तर-पूर्व दिल्ली में विवादास्पद नागरिकता कानून को लेकर हुई झड़पों को कवर करने वाले पत्रकारों पर हमला करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है. पत्रकारों पर मॉब द्वारा हमला किए जाने के बाद एडिटर्स गिल्ड ने मंगलवार शाम एक बयान में कहा, ‘पत्रकारों पर हमला, प्रेस की आजादी पर सीधा हमला है और इस तरह की हिंसा में लिप्त लोगों को दोषी ठहराया जाना चाहिए.’एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने कहा कि दिल्ली में हिंसा को कवर करने के लिए पत्रकारों को जिस तरह से शारीरिक हमले द्वारा लक्षित किया गया है, यह गंभीर चिंता का विषय है.गिल्ड ने दिल्ली पुलिस से पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान करने और भविष्य में इस तरह के किसी भी हमले को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है. गिल्ड ने यह भी कहा कि गृह मंत्रालय को दिल्ली पुलिस को भी उचित कार्रवाई करने का निर्देश देना चाहिए.
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और भारतीय महिला प्रेस कॉर्प्स ने भी गंभीर चिंता व्यक्त की है. अपने बयान में प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया ने कहा कि कई पत्रकार अस्पताल में भर्ती हैं. सांप्रदायिक भीड़ द्वारा उन पर हमला किया गया है और पुलिस या तो अनुपस्थित थी या मदद करने नहीं आई. इन हमलों में खासतौर पर टीवी के पत्रकारों को टारगेट किया जा रहा है.
आपको बता दें, पूर्वोत्तर दिल्ली में भड़की हिंसा में अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 150 के करीब लोग घायल हुए हैं.