नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले में तीन दिन से मची तबाही की तह तक पहुंचने की कोशिश में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) की टीमें जुट गई हैं। यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के मंगलवार आधी रात इलाके में पहुंचने के बाद उठाया गया है। डोभाल काफी देर तक जिला पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) वेद प्रकाश सूर्य के दफ्तर में आला पुलिस अफसरों की 'क्लास' भी लेते रहे। एनएसए ने हालातों से निपट पाने में पूरी तरह नाकाम रही दिल्ली पुलिस को कुछ 'मंत्र' भी दिए।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार सुबह विशेष बातचीत में पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताया कि एनएसए डोभाल रात करीब ग्यारह बजे उत्तर पूर्वी जिले में पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले यही पूछा कि, हालात आखिर इतने बिगड़ने की नौबत कैसे आई? डोभाल के इस सवाल पर पुलिस निरुत्तर थी। वजह, पुलिस के पास वाकई कोई जबाब नहीं था। क्योंकि जबाब देते ही पुलिस फंस जाती। लिहाजा पुलिस अफसरों ने 'हां' 'हूं' 'न सर' 'यस सर' 'ओके सर' जैसे छोटे-छोटे शब्दों का इस्तेमाल करके मुसीबत टालने की असफल कोशिश की।"
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है ! हिं