नई दिल्ली। एशिया की सबसे सुरक्षित समझी जाने वाली तिहाड़ जेल में संदिग्ध मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ ही दिनों में यहां 2-3 कैदियों की संदिग्ध मौत हो चुकी है। तिहाड़ प्रशासन ने हर मौत को 'सुसाइड' करार दिया है। सवाल यह है कि देश की बाकी तमाम जेलों से तिहाड़ की सुरक्षा का बजट सबसे ज्यादा है, फिर भी आखिर यहां आये दिन कैदी आत्महत्या पर उतारु क्यों हैं?
शुक्रवार को जिस कैदी की संदिग्ध मौत हुई उसका नाम गगन (21) है। गगन विचाराधीन कैदी था। उस पर चार मामले चल रहे थे। गगन की मौत की पुष्टि डीजी दिल्ली जेल संदीप गोयल ने शुक्रवार को बात करते हुए की।
संदीप गोयल के मुताबिक, "गगन तिहाड़ जेल नंबर-3 में बंद था। शुक्रवार (7 फरवरी) को गगन का शव शौचालय में संदिग्ध हालात में लटका हुआ मिला था।"
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है !...