चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार किसी भी सूरत में करतारपुर साहिब का गलियारा बंद नहीं होने देगी। करतारपुर गलियारे को ऐतिहासिक मीलपत्थर करार देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए 9 नवंबर, 2019 को गलियारा खुलना, वह भी गुरु नानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व मौके, बहुत यादगारी पल हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इससे पंजाबियों की खुले दर्शन-दीदारे करने की काफी देर की ख़ाहिश पूरी हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी खुशकिस्मत हैं कि अकाल पुरुष की मेहर स्वरूप राज्य सरकार ने 5 नवंबर से लेकर 12 नवंबर, 2019 तक सुलतानपुर लोधी और डेरा बाबा नानक में गुरु नानक देवजी की 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित समागम करवाने का सौभाग्य हासिल हुआ हैं। यह समागम साल भर जारी रहेंगे और 3000 करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजैक्ट और स्कीमें बनाईं गई हैं जो साल के मुकम्मल होने के दौरान शुरू हो जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने यह पहले भी कहा है कि करतारपुर गलियारा आगामी समय भी हर मौके पर खुला रहेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इसी साल अप्रैल महीने से ‘हिंद की चादर’ गुरु तेग़ बहादुर का 400 साला प्रकाश पर्व मनाने का फ़ैसला किया है। इसी तरह वाया गढ़शंकर, आनन्दपुर साहिब -बंगा रोड को गुरु तेग़ बहादुर मार्ग के तौर पर विकसित करके चतुर्थमार्गी करने का फ़ैसला लिया जिस पर 400 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा महान सिख जरनैल बाबा बन्दा सिंह बहादुर के सत्कार में उनका 350वें जन्म दिवस मनाया जायेगा। इसके अलावा श्वेतांबर तेरा पंथ के दसवें मुखी आचार्य महाप्रग्या का 100वें जन्म दिवस और भगत नामदेव का 750वें जन्म दिवस मनाया
आज ईद उल फ़ितर के मौके पर ग्राम कुलिंजन स्थित ईद गाह पर ईद के नमाज़ अदा की गई,इस मौके पर क़ारी मेहताब खाँन साहब ने ईद के पवित्र त्यौहार पर प्रकाश डाला व देश के अमन ओ अमान और एक दूसरे के साथ प्यार बाँटने का संदेश देते हुए,सभी को ईद की मुबारकबाद दी, ईद के नमाज़ क़ारी, रहीम साहब, पेश इमाम जामा मस्जिद कुलिंजन ने पढ़वाई व इस के साथ ही ख़सूसी दुआ करवाई, जय हिंद सोशल वेलफ़ेयर सोसायटी के अध्यक्ष मुशाम खाँन ने आये हुए सभी नमाज़ियों की ईद की मुबारकबाद पेश की इस मौके पर मास्टर मईन उद्दीन खाँन, हाजी अरशद खाँन ,हाजी एहतेशाम,हाजी अतहर व हाजी अज़हर,हाफिज़ असग़र, सभी का इस्तकबाल करा।