जयपुर । भारत में कनाडा की डिप्टी हाई कमिश्नर डियट्रे केंट ने शुक्रवार को महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री ममता भूपेश से उनके सचिवालय स्थित कार्यालय में मुलाकात की। डियट्रे ने राज्य में संचालित महिला एवं बाल विकास के विभिन्न र्कायक्रमों पर ममता भूपेश से विस्तार से चर्चा की ।
केंट ने राज्य सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों एवं उनके माध्यम से महिलाओं एवं बच्चों के जीवन में आ रहे परिवर्तनो की सराहना की। उन्होंने विभाग की गतिविधियां और महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से संचालित केंद्रीय एवं राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में फीडबैक लेते हुए आम महिलाओं की जिंदगी में आए हुए बदलाव एवं र्आथिक रूप से आत्मर्निभर व सशक्तिकरण की जानकारी ली।
महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री भूपेश ने केंट को बताया कि राज्य सरकार महिलाओं एवं बच्चों के लिए राज्य में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना संचालित कर रही है इसमें महिलाओं को गर्भधारण से लेकर शिशु के 6 माह पूर्ण होने तक पोषाहार के लिए र्आथिक मदद करने के साथ ही शिशु के संर्पूण टीकाकरण र्कायक्रम को भी संचालित कर रही है ।
उन्होंने बताया कि अमृता हाट योजना में महिलाओं को र्आथिक रूप से सशक्त बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन कर उन्हें आत्मर्निभर बनाया जा रहा है उनके द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों का विपणन देश-विदेश में किया जाता है। इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना के तहत महिलाओं को आत्मर्निभर बनाने के लिए र्आथिक सहायता प्रदान की जाती है ।
इसी प्रकार राज्य सरकार द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में उत्तम गुणवत्ता का पोषाहार प्रदान किया जाता है इससे बच्चों में कुपोषण को को दूर किया जा रहा है । उन्होंने ममता भूपेश को डायरी भेंट करते हुए उनके नेतृत्व समर्पण एवं लैंगिक समानता के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव के के पाठक एवं विशिष्ट सहायक सीएल वर्मा भी उपस्थित थे।
महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री भूपेश ने केंट को बताया कि राज्य सरकार महिलाओं एवं बच्चों के लिए राज्य में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना संचालित कर रही है इसमें महिलाओं को गर्भधारण से लेकर शिशु के 6 माह पूर्ण होने तक पोषाहार के लिए र्आथिक मदद करने के साथ ही शिशु के संर्पूण टीकाकरण र्कायक्रम को भी संचालित कर रही है ।
उन्होंने बताया कि अमृता हाट योजना में महिलाओं को र्आथिक रूप से सशक्त बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन कर उन्हें आत्मर्निभर बनाया जा रहा है उनके द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों का विपणन देश-विदेश में किया जाता है। इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना के तहत महिलाओं को आत्मर्निभर बनाने के लिए र्आथिक सहायता प्रदान की जाती है ।
इसी प्रकार राज्य सरकार द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में उत्तम गुणवत्ता का पोषाहार प्रदान किया जाता है इससे बच्चों में कुपोषण को को दूर किया जा रहा है । उन्होंने ममता भूपेश को डायरी भेंट करते हुए उनके नेतृत्व समर्पण एवं लैंगिक समानता के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव के के पाठक एवं विशिष्ट सहायक सीएल वर्मा भी उपस्थित थे।