नई दिल्ली। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार को बड़ा झटका देते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि कट्टर इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारत और अमेरिका साथ हैं और उनकी सरकार पाकिस्तानी जमीन से संचालित आतंकवादियों पर कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है। ट्रंप ने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस संबोधित की।
उन्होंने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने जाने को लेकर कहा कि यह भारत-पाकिस्तान के बीच का मामला है। ये लंबे वक्त से चला आ रहा है। ट्रंप ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर कहा कि इस पर भारत खुद फैसला करेगा। ये उसका अंदरूनी मामला है। इस पर पीएम मोदी से कोई बातचीत नहीं हुई है। भारत आने वाले समय में बहुत सशक्त होने जा रहा है।
ये यात्रा मेरे और मेरे परिवार के लिए यादगार रहेगी। भारत में हमारे दो दिन बहुत शानदार गुजरे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सकारात्मक बातचीत हुई। भारत सचमुच एक महान देश है। इस समय भारत-अमेरिका के रिश्ते सबसे अच्छे हैं। हमने कई मुद्दों पर विचार किया। हम भारत के साथ संबंधों को बढ़ावा देना चाहते हैं। हम पूरी दुनिया में शांति चाहते हैं।
अफगानिस्तान में शांति लाने की दिशा में काम जारी है। कोई बेगुनाह नहीं मारा जाना चाहिए। इस्लामिक आतंकवाद ना फैले इस दिशा में हम प्रयासरत हैं। सीरिया में जो हुआ उसे पूरे विश्व ने देखा। हम इसे रोकने के दिशा में काम कर रहे हैं। आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए हमने कई कदम उठाए हैं। रेडिकल इस्लाम जड़ से खत्म करने की कोशिश जारी है। इसके लिए सभी देशों को आगे आना चाहिए। इसे लेकर पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।
ये यात्रा मेरे और मेरे परिवार के लिए यादगार रहेगी। भारत में हमारे दो दिन बहुत शानदार गुजरे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सकारात्मक बातचीत हुई। भारत सचमुच एक महान देश है। इस समय भारत-अमेरिका के रिश्ते सबसे अच्छे हैं। हमने कई मुद्दों पर विचार किया। हम भारत के साथ संबंधों को बढ़ावा देना चाहते हैं। हम पूरी दुनिया में शांति चाहते हैं।
अफगानिस्तान में शांति लाने की दिशा में काम जारी है। कोई बेगुनाह नहीं मारा जाना चाहिए। इस्लामिक आतंकवाद ना फैले इस दिशा में हम प्रयासरत हैं। सीरिया में जो हुआ उसे पूरे विश्व ने देखा। हम इसे रोकने के दिशा में काम कर रहे हैं। आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए हमने कई कदम उठाए हैं। रेडिकल इस्लाम जड़ से खत्म करने की कोशिश जारी है। इसके लिए सभी देशों को आगे आना चाहिए। इसे लेकर पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।