पिछले साल हुए आम चुनावों में नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने के इच्छुक तेज बहादुर सिंह ने इलाहबाद हाई कोर्ट के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है जिसमें उसकी याचिका को रद्द कर दिया गया था। आपको बता दें कि 2019 आम चुनाव में पूर्व सैनिक तेज बहादुर वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ना चाहता था। लेकिन तेज बहादुर का नामांकन रद्द हो गया था और वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं लड़ सके थे। पूर्व सैनिक तेज बहादुर पर गलत जानकारी देने का आरोप लगा था जिसके बाद तेज बहादुर का नामांकन रद्द हो गया था। तेज बहादुर अपना नामांकन रद्द होने के खिलाफ इलाहबाद हाई कोर्ट गए जहां उनकी अर्जी इस बात को कह कर खारिज करदी गई कि तेज बहादुर वाराणसी वोटर नहीं है। साथ ही कहा गया कि तेज बहादुर पर इलेक्शन पेटिशन फाइल करने का कोई कारण नहीं बचता।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है !...