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उत्तर पूर्वी जिले की हिंसा में 13 लोगों की मौत 186 घायल

नई दिल्ली। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली जिले में सीएए विरोधी और समर्थकों के बीच झड़प के बाद तीन दिन से जारी हिंसक घटनाओं में एक पुलिसकर्मी सहित अब तक 13 लोग मारे गए। दो आईपीएस अफसरों सहित 186 लोग जख्मी हो गए। जाफराबाद इलाके में छतों से लगातार धुआंधार पथराव हो रहा है। हिंसाग्रस्त इलाके की ड्रोन से लगातार निगरानी हो रही है। अभी भी भीड़ हमले करके भाग जा रही है।
पुलिस भीड़ के पीछे-पीछे उसे तितर-बितर करने के लिए दौड़ रही है। उत्तरी पूर्वी जिले में मंगलवार को भी भीड़ कोहराम मचाए है। मगर हालात अब काबू में हैं। यह दावा मंगलवार शाम छह बजे आईटीओ स्थित मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एडिश्नल पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह रंधावा ने किया। रंधावा कुछ रटे-रटाए आंकड़े जमा करके पत्रकारों को बवाल के बाबत तीन दिन बाद ब्रीफ करने पहुंचे थे। इस बीच चार थाना क्षेत्र चांदबाग, करावल नगर, मौजपुर और जाफराबाद में कर्फ्यू लगाया गया है।
रंधावा ने प्रेस वार्ता की शुरुआत में दावा किया कि जाफराबाद, भजनपुरा, गोकुलपुरी, मौजपुर इलाके में हालात काबू में हैं। पुलिस और सरकार सतर्क है। एहतियातन सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं। इस लंबी दावेदारी के बाद घटना को दबाकर पेश करने की उलझन में आनन-फानन में प्रेस वार्ता करने पहुंचे रंधावा ने दिल्ली पुलिस की पोल खुद ही यह बताकर खोल दी कि जिन इलाकों में घटनाएं घट रही हैं, उन इलाकों की गलियां बेहद संकरी हैं।
भीड़ हमले करके भाग जा रही है। हम भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पीछे-पीछे जा रहे हैं। लोग छतों से पथराव कर रहे हैं। भीड़ के निशाने पर पुलिस और आम लोग हैं। पुलिस को भीड़ पर काबू पाने में थोड़ी-बहुत परेशानी हो रही है। हम लोग ड्रोन से भी निगरानी कर रहे हैं।


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