वीरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट
भगवान वाल्मीकि ने समाज को नई राह दिखाने का काम किया था: प्रदेश सचिव अभिषेक राकेश
भगवानपुर में निकाली गई भव्य भगवान वाल्मीकि की शोभायात्रा
उत्तराखंड भगवानपुर। भगवानपुर में भगवान वाल्मीकि की शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान प्रदेश सचिव अभिषेक राकेश ने कहा कि महाऋषि वाल्मीकि केवट जाति के थे। उनके जीवन के बारे में एक कहानी बहुत प्रसिद्ध है। ज्ञान प्राप्ति के बाद इन्होने “रामायण” जैसे प्रसिद्ध ग्रन्थ की रचना की। वाल्मीकि राम के समकालीन थे। जब श्रीराम से सीता का त्याग कर दिया था तब महाऋषि वाल्मीकि ने ही इनको आश्रय दिया था। उनके आश्रम में ही माता सीता ने लव-कुश को जन्म दिया। जब श्रीराम से अश्वमेध यज्ञ किया तो लव कुश ने वाल्मीकि के आश्रम में यज्ञ के घोड़े को बाँध लिया। बाद में उन्होंने लक्ष्मण की सेना को पराजित कर अपना शौर्य दिखाया। इस दौरान महन्त बन्टीदास महाराज जी, महेन्द्र महाराज जी, बलजीत महाराज जी, महाराज हरपाल दास जी, संत राकेश दास जी, संत सोम दास जी महाराज, रामबीर प्रधान, अमरिष वाल्मीकि, अमित तलवार, विकास कुमार, संजय सिंह, मोहर सिंह, दीपचन्द,अंकित कुमार, बिट्ट् सोडी,विपिन सिंह आदि लोग मौजूद रहे ।