सभी देशवासी करें विश्वास खुद का विकास बाकी का सत्यानाश
नोटबंदी जीएसटी श्रम कानून उद्योग धंधे कृषि बिल संशोधन कानून आदि काले कानून अपने निजी स्वार्थ में जनता पर थोप दिए बहनों भाइयों मित्रों कहकर चारों तरफ से बर्बादी के दरवाजे खोल दिए
झूठ गुमराह नफरत जाति धर्म के द्वेष भावना मैं देश जनता को भिखारी जैसा बना दिया देश की लगभग 40% जनता रोज कमा कर खाने वाली लॉकडाउन को कब तक झेलेगी लगभग 40% सामान्य वर्ग अपनी जमा पूंजी समाप्त कर चुका है देश की 80% आबादी जो एक दूसरे पर निर्भर और सहयोग से जीवन यापन करते हैं अपनी आवश्यक जरूरतों की पूर्ति नहीं कर पा रहे
आखिर लॉकडाउन को कब तक झेल पाएंगे सही से इलाज नहीं होने पर कई लाखों की मृत्यु हो चुकी है अगर यूं ही चलता रहा तो अन्य घातक बीमारियां व भूख से करोड़ों जाने काल के गाल में समा जायेंगी
देश दुनिया में भयंकर बीमारियां आई जो आज भी मौजूद हैं लेकिन लॉक डाउन का सिस्टम कहीं पढ़ने के लिए नहीं मिला सावधानियां बरतना ठीक तरह से समय पर इलाज कराना पढ़ा गया और सुना गया वर्ल्ड के अंदर लॉक डाउन की कहानियां नहीं मिली कोराना वायरस कुदरती आपदा षड्यंत्र लापरवाही प्रोपेगेंडा समझना आसान नहीं
100 साल पहले आई बीमारी का इतिहास है लेकिन उस समय शायद एलोपैथिक होम्योपैथिक आयुर्वेदिक यूनानी देसी दवाइयों के करोड़ों एक्सपर्ट डॉक्टर शायद नहीं होंगे इस समय देश में अच्छी टेक्नोलॉजी उचित सुविधाएं हैं जो मरे हुए इंसान को जिंदा कर देती हैं आश्चर्य की बात यह है हॉस्पिटल आदि मैं कालाबाजारी आसमान पर है इंसानों की बेशक कीमती जाने जा रही हैं लेकिन कोरोना पेशेंट घर पर सावधानीपूर्वक इलाज कर ठीक हो रहे हैं
अच्छे दिन के लालच में देश जनता दोनों बर्बाद हो गए बीजेपी व बीजेपी के दोस्त मालामाल हो गए बताया जा रहा है भारत पर इस समय लगभग 600 मिलियन डॉलर का कर्ज हो चुका है
पहले लॉकडाउन में आरबीआई रिजर्व से 3.25 लाख करोड़ निकालें फिर 1.70 लाख करोड़ निकाले अब 99.122 हजार करोड़ निकालें 5 ट्रिलियन डॉलर का वादा करके भारत को 162 वे गरीब देशों की श्रेणी में पहुंचा दिया
जिसके नहीं होते घर परिवार उसको कहते मोदी सरकार अंधभक्त बुद्धिहीन मूर्ख लोगों की समझ में अभी भी नहीं आ रहा किसान व मजदूर को सबसे ज्यादा बर्बाद किया जो देश की लगभग 70% आर्थिक व्यवस्था को अपने कंधों पर संभाले हुए हैं जागरूक लोग सच्चाई की आवाज को उठा रहे हैं तानाशाही सरकार संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज कर जेलों में ठूंस रही है कुछ को मौत के घाट पहुंचा रही है
पानी में बहती लाशें गंगा किनारे दबी हुई लाशें श्मशान में जलती हुई चिता कब्रिस्तान में दफन होती मय्यत चीख चीख कर संदेश दे रही हैं बीजेपी सरकार किसी की सगी नहीं कोई बताओ ऐसी जगह जहां देश की जनता ठगी नहीं चला गया जो दुनिया से वह लौट कर नहीं आया परिवार या रिश्तेदार के लिए जिंदगी भर आंसुओं के समंदर बन गए
बहनों भाइयों मित्रों बताओ कफन काठी जीने के लिए पैसा नहीं लाशों को जानवर पंछी नोच नोच कर खा रहे हैं यह कैसे अच्छे दिन आ गए सभी देशवासी झूठ गुमराह नफरत का चश्मा उतारो जाग जाओ आने वाला समय और भी ज्यादा खतरनाक दिखाई दे रहा है
क्योंकि करनी का फल तो भोगना पड़ेगा आज नहीं तो कल समझना पड़ेगा देश आजाद होने के बाद कठिन दौर से गुजर कर खूब तरक्की की कृषि प्रधान देश कहलाया वर्ल्ड में नाम कमाया 56 इंची सीने ने पिछले 7 साल में सब कुछ बेच दिया
महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार अत्याचार बलात्कार जाति धर्म की द्वेष भावना कालाबाजारी बर्बादी के सिवा विकास पुरुष प्रधान सेवक ने बहनों भाइयों मित्रों बताओ इससे अलग क्या दिया चुनावी प्रोपेगेंडा पिछले 7 साल में रोने का इमोशनल ड्रामा लगभग 8 बार किया विदेशी सैर सपाटे मीडिया मैनेजमेंट चुनावी जुमले एक से एक बड़ा वादा काला धन लेकर मोदी जी का दोस्त विदेश भागा देश जनता की बर्बादी के लगभग 1700 कानून बना दिए ताली थाली मोमबत्ती गोमूत्र के सुझाव करोड़ों के दिए जला दिए कावड़िया पर फूल बरसा दिए अब लाखों देशवासियों की लाशों के अंबार लगाकर गंगा जी आदि में दबा दिए जब नाकामियों हो उजागर इमोशनल ड्रामा कर टीवी पर आकर आंसू बहा दिए
देशवासियों संभल जाओ गिनती करो पिछले 7 सालों में कितनों के घर परिवार उजाड़ दिए औलिया पैगंबर देवी देवता महापुरुष सुरवीर अवतार पवित्र धर्मस्थल धर्म ग्रंथ फेकू जी ने सब गंदी राजनीति में घसीट दिए सब की बर्बादी की बहार है देश में बीजेपी गोदी मीडिया अंध भक्तों की सरकार है जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी कुछ देखे जनता जीत हमारी खुद ही मार रही अपने पैरों पर कुल्हाड़ी आ रही है सब की बारी बीजेपी ने कर दी 2022 चुनाव जीतने की तैयारी
एकता जागरूकता भाईचारा जिंदाबाद अंधभक्ति बुद्धि हीनता मूर्खता मुर्दाबाद हम सबका भारत जिंदाबाद
जनहित में जारी