दिल्ली, 7 वर्ष की आयु मोहम्मद अमश बेग पुत्र डॉ फ़हीम बेग ने सिर्फ 2 माह की कड़ी मेहनत और डॉ फ़हीम बेग की निगरानी में क़ुरआन ए पाक पूर्ण करके अपने माता-पिता के सपनो को साकार किया,केंद्रीय विद्यालय के तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले अमश बेग का कहना है कि वो क़ुरआन ए पाक को हिफ़्ज़ करना चाहतें हैं और अपने माता-पिता के पद चिन्हों पर चलकर समाज की सेवा करना चाहतें हैं।
अमश बेग के पिता जोकि उनके क़ुरआन पढ़ाने के गुरु भी हैं, ने अपने पुत्र के इस मुख्य कर्तव्य को पूर्ण करने पर कहा कि अमश बेग ने दिन-रात की कड़ी मेहनत से इस कार्य को पूर्ण किया, मैंने तो सिर्फ शुरुआती दौर में इनकी मदद की बाक़ी इन्होंने खुद मेहनत करके क़ुरान पूर्ण किया है।
डॉ बेग ने कहा कि हर अभिवावक को अपने बच्चों के साथ उनकी हर प्रकार की शिक्षा में रोजाना 1 घंटा साथ बैठकर उनकी मदद करनी चाहिए ताकि बच्चों को अपने कर्तव्य का अहसास पैदा हो और वो अपनी अपनी मंज़िल पर पहुंचकर अपने माता-पिता और अपने देश का नाम रोशन कर सकें।