नोएडा। सम्राट मिहिर भोज विवाद अब दिनों दिन तूल पकड़ता जा रहा है। जिसके चलते बीते रविवार को गुर्जर समाज के द्वारा जनपद के दादरी में महापंचायत की गई। जिसमें आसपास के जिलों के तमाम लोगों ने भाग लिया। इसके साथ ही इस महापंचायत में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। जिसके चलते बिना अनुमति के महापंचायत करने और धारा-144 तथा कोविड-19 के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के आरोप में भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना समेत 150 नामजद करीब 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ज्ञातव्य है कि सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा 22 सितंबर को दादरी के मिहिर भोज पीजी कॉलेज में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया गया था।
इस दौरान शिलापट्ट से गुर्जर शब्द हटाने को लेकर शुक्रवार को गुर्जर समाज के लोग विरोध में उतर आए। गुर्जर समुदाय के लोगों ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा से गुर्जर शब्द हटाने के बाद दादरी विधायक तेजपाल नागर के खिलाफ नारेबाजी की। जिसके चलते गुर्जर समुदाय के लोगों ने गुर्जर शब्द हटाने के विरोध में रविवार को महापंचायत का ऐलान किया था। इसके साथ ही अखिल भारतीय गुर्जर फ्रंट के अध्यक्ष नवीन भाटी ने बताया कि शिलापट्ट से गुर्जर शब्द हटाकर समुदाय के लोगों के साथ धोखा किया गया है। रविवार की महापंचायत में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। जिसमें चिटैहरा गांव निवासी ममता भाटी आठ-10 महिलाओं के साथ पंचायत में शामिल हुईं। माता गुजरी पन्नाधाय ट्रस्ट की अध्यक्ष रेखा गुर्जर, सचिव शशि लोहिया, वीर गुर्जर सेना की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता भाटी, राष्ट्रीय महासचिव सरगम लोहिया, सचिव बबीता भी महापंचायत में शामिल हुईं।पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने मुजफ्फरनगर के मीरापुर से भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना, मुखिया गुर्जर, मेरठ के जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर, इंद्र प्रधान, श्याम सिंह भाटी, कुलदीप, प्रमेंद्र भाटी समेत 150 नामजद और 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस संबंध में पुलिस ने 200 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिन्हें देर रात को जमानत पर रिहा कर दिया गया।