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बहुजन मुक्ति पार्टी का सिपाही बनकर काम करना हर भारतीय के बस की बात नही--गादरे

बहुजन मुक्ति पार्टी के जिन्दा दिल क्रांतिकारी राजुद्दीन गादरे ने अपने वक्तव्य में कहा कि कुछ  निठल्ले हमारा मज़ाक बना रहे हैं उनको हम सबको कह देना चाहते हैं कि हमारे सिवा मेरठ की धरती पर किसी और ने पिछले 4 सालो में संघर्ष नहीं किया है। जो भी वोट मिले मेरे लिए लाखो की तादाद मे है। बाकी हमें गम नही वोट मिले न  मिले कोई फर्क नहीं पड़ता हम राजनीति नही व्यवस्था परिवर्तन के लिए सही विचार धारा लोगों मे पहुँचाकर मुख्य उद्देश्य से बहुजनो के हक अधिकार दिलाने के लिए मूल निवासियों के सम्मान में मैदान मे हैं। आज शहर की हर गली में लोग नाम जानते हैं, इतना बहुत है। पड़ोस के ज़िलों में भी लोग जानते हैं, बहुत है।

किसी में दम नहीं था कि सरकार में उसी के विधायक से खुलकर गरीबो के लिए लड़ने को गरीब बिक जाये तो ये उसकी समस्या है। कुछ हमारे भी मज़े ले रहे हैं, उनको भी कहना चाहूँगा तुम जैसो की वजह से सही लीडरशिप नहीं खड़ी होती बाकी हमारी बराबरी की तुम्हारी औकात नहीं है। कुछ बिरादरी के लोग मेरे साथी भी मज़ाक बना रहे हैं, उनको कह देना चाहता हूँ कि मर्यादा में रहना चाहिए। हमको लड़ने का नशा रहता है, इतना जान लेना।

बाकी बोल सकते हो, कुछ अच्छा कर नहीं सकते? तमाम संघर्ष सड़को पर हमारे साथियो ने किया है। हमने विपरीत परिस्थियों में खुलकर लड़ा है। हमने बहुत कुछ झेला है। 4 लाइन लिखकर हमारा मज़ाक उड़ाना बहुत आसान है लेकिन हमारे संघर्ष, साहस व मेहनत का मुकाबला करने के लिए बड़ा दिल जिगर गुर्दा जरूरी है।

माना कि मै आर्थिक रूप से इतना मज़बूत नहीं था कि 2/4 करोड़ खर्च कर पाता लेकिन भविष्य में कौन क्या हो किसी को नहीं पता होता है  इसलिए विरोध में पगला ना जाओ एक दूसरे का #सम्मान करना सीख लो |

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मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये  महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है ! हिं

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हम करेंगे समाधान" के लिए बरेली से रफी मंसूरी की रिपोर्ट बरेली :- यह कोई नया मामला नहीं है पत्रकारों पर आरोप लगना एक परपंरा सी बन चुकी है कभी राजनैतिक दबाव या पत्रकारों की आपस की खटास के चलते इस तरह के फर्जी मुकदमों मे पत्रकार दागदार और भेंट चढ़ते रहें हैं।  ताजा मामला   बरेली के  किला क्षेत्र के रहने वाले सलमान खान पत्रकार का है जो विभिन्न समाचार पत्रों से जुड़े हैं उन पर रंगदारी मांगने का मुक़दमा दर्ज कर दिया गया है। इस तरह के बिना जाचं करें फर्जी मुकदमों से तो साफ ज़ाहिर हो रहा है कि चौथा स्तंभ कहें जाने वाले पत्रकारों का वजूद बेबुनियाद और सिर्फ नाम का रह गया है यही वजह है भूमाफियाओं से अपनी ज़मीन बचाने के लिए एक पत्रकार व दो अन्य प्लाटों के मालिकों को दबाव में लेने के लिए फर्जी रगंदारी के मुकदमे मे फसांकर ज़मीन हड़पने का मामला बरेली के थाना बारादरी से सामने आया हैं बताते चले कि बरेली के  किला क्षेत्र के रहने वाले सलमान खान के मुताबिक उनका एक प्लाट थाना बारादरी क्षेत्र के रोहली टोला मे हैं उन्हीं के प्लाट के बराबर इमरान व नयाब खां उर्फ निम्मा का भी प्लाट हैं इसी प्लाट के बिल्कुल सामन