आज कुछ षड्यंत्रकारी राष्ट्र भक्त बनकर दोबारा से देश को गुलाम बनाने को ओ बी सी एस सी एस ए टी को गुमराह कर रहे हैं उनसे सावधान रहें- गादरे*
मेरठ:-अन्ग्रेजो से मुस्लिमो ने करीब 350 सालो तक आजादी लेने मे सबसे बड़ी लम्बी लडाई लडकर सबसे बड़ योगदान दिया जो आज कुछ षड्यंत्रकारी राष्ट्र भक्त बनकर दोबारा से देश को गुलाम बनाने के लिए ओ बी सी एस सी एस टी को गुमराह कर रहे हैं उनसे सावधान रहें।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष आर डी गादरे ने फ्लोरेंस इन्टरनेशनल एकेडेमी मे ध्वजारोहण किया। रोड रैली निकाली और ग्राम पंचली गुजुर्ग मे मौलाना मुनववर आवास पर सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि 75 साल मे भी आज ये आजादी झूठी है, देश की जनता भूखी। आज बेरोजगारी भुखमरी अत्याचार निजीकरण महंगाई खाने पीने के समान पर भी टेक्स देना पद रहा है।
आज देश की जनता को आजादी के नाम पर लोकतंत्र खतरे में है।
कितने सुबूत चाहिए कि वर्तमान सरकार मे निस्पक्छ न्याय की उम्मीद करना मुस्किल काम है। चंचल त्रिपाठी मंदिर में गोमांस रखवा दिया ताकि दंगे हो और थाना प्रभारी हट जाए.मुसलमानों के 3 मांस दुकान और लकड़ी के 17 खोखे जला दिए इसी बात पर हिंदुओं ने बेगुनाह मुस्लिमों को जेल में ठूंस दिया गया.मुंबई के विष्णु विभु भौमिक ने खुद को अफजल बताकर अम्बानी परिवार को 8 कॉल किये और कहा सबको मार देंगे.अब पकड़े जाने पर उन्हें मानसिक विक्षिप्त बता रहा है। कमाल है विक्षिप्त अवस्था में उन्हें अफजल बनना याद रहा और विक्षिप्त रहकर ही वे ज्वेलरी शॉप भी चला रहे हैं.चंचल त्रिपाठी भी विक्षिप्त बन जाएंगे मेडिकल हिस्ट्री में हिंदुओं को झूठमुठ का मुसलमान बनने का कितना फायदा है? लेकिन असली मुसलमान के साथ क्या होता है उसकी बानगी देखिए. इंदौर के जैद पठान को सभी जानते हैं. मददगार इंसान हैं.जो दिल में हैं वे उनके जुबां में है.कोविड के समय इस जिंदादिल इंसान ने दिनरात मदद के लिए एक किया.आज सुबह ही तिरंगा लेकर सड़को पर निकले थे और ये तस्वीर उन्होंने वाल पर लगाई थी. उन्होंने अपने वाल पर लिखा, चंद नफ़रत करने वालों और डराने वालों से डरकर नहीं रहना है क्योंकि अगर हमारे आज़ादी के परवाने उस वक़्त डर गए होते तो आज हमारा आज़ाद भारत का सपना पूरा नहीं हो पाता, हमारी तारीख़ बहुत तारीख़ी रही है जिस पर हम सबको फ़ख्र करना चाहिए, अगर हम अपने आपको कमज़ोर कहेंगे तो ये हम सबके आबा-ओ-अजदाद की तौहीन होगी, क्योंकि मुसलमान और बुज़दिली एकसाथ नहीं हो सकती, हम सबको खुद को पीड़ित कहकर कमज़ोर होने का एहसास नहीं होने देना चाहिए, यह देश लोकतांत्रिक देश है इसमें हमें अपने हक़ को छीन कर लेना पड़ेगा. इसके बाद ही जैद पठान को एनएसए में निरुद्ध कर जेल भेज दिया गया है.जैद पठान भी इसी के साथ खालिद सैफी,उमर खालिद, सिद्दीकी कप्पन, ,गुलफिशा, शरजील इमाम, तसलीम, अतहर खान, शादाब खान, मीरान हैदर, ताहिर, शिफा उर रहमान, खुर्रम परवेज, फहद शाह, आसिफ सुल्तान , मंनान, मसूद , अतीक, डॉ अब्दुल बारी नाइक वाली लिस्ट में शामिल हो गए जो यूएपीए या एनएसए में जेल में सालों से है और जिन्हें जमानत तो दूर जमानत की सुनवाई की तारीख तक नहीं मिलती. आजादी के 75 साल पूरे होने पर खुशी मनाता मुसलमान संघियों को रास नहीं आता.क्योंकि मुस्लिमों के राष्ट्रप्रेम का जज्बात असली है,देश के प्रति उनके प्रेम में कोई मिलावट नहीं.