हजरत शाह शराफत अली मियां के 55 वें उर्स के मौके पर जश्ने शाह शराफ़त अली मियां रह. अलैह का शानदार इनिकाद
हजरत शाह शराफत अली मियां के 55 वें उर्स के मौके पर जश्ने शाह शराफ़त अली मियां रह. अलैह का शानदार इनिकाद,
बरेली से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट,
बरेली,माहे ईद मिलादुन्नबी सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम व उर्स-ए-शराफ़ती के पुरनूर मौके पर शहर में जगह -जगह हमेशा की तरह "जश्ने शाह शराफ़त अली मियां" मनाए जा रहे हैं।इसी कड़ी में आज बतारीख 30 सितंबर बरोज़ जुमा मुताबिक 3 रबीउल अव्वल मोहल्ला गुलाब नगर घोसियों वाली मस्जिद के पास जश्ने शाह शराफ़त अली मियां रहमतुल्लाह अलैह मनाया गया।प्रोग्राम का आगाज़ तिलावते कलामे पाक से बाद नमाज़े ईशा रात 9:00 बजे किया गया, जिसकी निज़ामत मुख्तार तिलहरी सकलैनी ने की।
प्रोग्राम पीरो मुरशिद हज़रत शाह मुहम्मद सक़लैन मियां (मियां हुज़ूर) की सरपरस्ती में हुआ। इससे पहले बाद नमाज़ मगरिब शाम 7 बजे पीरो मुरशिद मियां हुज़ूर गुलाब नगर तशरीफ़ ले गए, पीरो मुरशिद की आमद पर अहले मोहल्ला ने आपका ज़ोरदार इस्तकबाल किया और फातिहा कराई और इसके बाद पूरे मोहल्ले व दूर दराज़ के हज़ारों अकीदतमंदों के लिए लंगर शुरू कर दिया गया, लंगर का एहतिमाम शाह सकलैन एकेडमी (यूनिट गुलाबनगर) की जानिब से बड़े पैमाने पर किया गया, पूरी रात लंगर जारी रहा। तकरीरी प्रोग्राम की शुरुआत रात 9 बजे हुई जिसमें कन्नौज से तशरीफ़ लाए हज़रत अल्लामा अज़ीज़ मुजद्दिदी साहब ने अपनी तकरीर में कहा कि सिलसिला ए नक्शबंदिया के अज़ीम बुज़ुर्ग हज़रत इमाम रब्बानी महबूब ए सुब्हानी मुजद्दिद अलिफ़सानी शेख़ अहमद फारूकी सरहिंदी रहमतुल्लाह अलैह जो एक हज़ार साल के लिए मुजद्दिद हैं ये आप ही का फैज़ान है जो सिलसिला ए सक़लैनिया आज पूरे हिंदुस्तान व बैरूनी मुल्क में खूब तेज़ी से फल फूल रहा है और आज पीरे तरीकत हज़रत शाह मुहम्मद सक़लैन मियां हुज़ूर के मुरीदीन व चाहने वालों की तादाद लाखों से भी कहीं ज़्यादा है और अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त के फ़ज़ल से आपकी बुजुर्गी ओ सखावत का डंका आज पूरी दुनिया में बज रहा है|
प्रोग्राम में हाफ़िज़ आमिल ककरालवी, हसीब रौनक सकलैनी, मजहर सकलैनी आदि ने नात ओ मनकबत शरीफ़ की शानदार कलाम पेश किए जिससे अकीदतमंद खूब महजूज़ हुए।
प्रोग्राम में फैज़ाने शाह शराफ़त की बारिश में अकीदतमंद खूब नहाते रहे। हज़ारों की तादाद में अकीदतमंदों ने प्रोग्राम में शिरकत की।
प्रोग्राम के आखिर में खुसूसी दुआएं हुईं और सभी लोगों को पीरो मुरशिद के नक्शे कदम और तालीम पर अमल करने की हिदायतें फरमाई। प्रोग्राम के आयोजक हाजी गुड्डू सकलैनी, कमाल सकलैनी, जमाल सकलैनी, कमरुद्दीन सकलैनी, शहज़ाद सकलैनी, नुरुद्दीन सकलैनी, शकील सकलैनी, सरताज सकलैनी, इमरान सकलैनी आदि की देख - रेख व निगरानी में कामयाबी के साथ संपन्न हुआ।