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निर्वाचन आयोग की समय सारणी के अनुरूप नगर निगम बरेली की मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य न किए जाने पर समाजवादी पार्टी ने दिया जिलाधिकारी को ज्ञापन|

 निर्वाचन आयोग की समय सारणी के अनुरूप नगर निगम बरेली की मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य न किए जाने पर समाजवादी पार्टी ने दिया जिलाधिकारी को ज्ञापन|   

बरेली से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट, 

शमीम खांन सुल्तानी निवर्तमान महानगर अध्यक्ष द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग को भी फैक्स एवं ईमेल कर की गई शिकायत|

बरेली, आज दिनांक 17 नवंबर 2022 आगामी नगर निकाय चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा समस्त निकायों में मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य हेतु समय सारणी जारी कर समस्त निकायों में मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य संपन्न कराए जाने हेतु निर्देशित किया था जिसके अनुसार 31 अक्टूबर 2022 को ड्राफ्ट निर्वाचक नामावली का प्रकाशन कर 01 नवंबर 2022 से 07 नवंबर 2022 तक दावा एवं अपत्ति प्राप्त किया जाना था लेकिन नगर निगम बरेली की मतदाता सूची का अन्नतिम प्रकाशन 31 अक्टूबर 2022 को नहीं किया जा सका जोकि बाद में 07 नवंबर 2022 तक किया जाना था लेकिन नगर निगम बरेली द्वारा 17 नवंबर तक ड्राफ्ट निर्वाचक नामावली अथवा अन्नतिम निर्वाचक नामावली का प्रकाशन न किए जाने पर महानगर समाजवादी पार्टी ने निवर्तमान महानगर अध्यक्ष शमीम खाँ सुल्तानी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी कार्यालय में जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा।

जिसमें निवर्तमान महानगर अध्यक्ष शमीम खाँ सुल्तानी ने कहा कि नगर निगम बरेली कि 31 अक्टूबर 2022 को जो निर्वाचक नामावली प्रकाशित की जानी थी जिसके लिए बार-बार निर्वाचन कार्यालय से संपर्क कर मांग की गई वह हर बार निर्वाचन कार्यालय के अधिकारी आजकल कहकर टालते रहे जिसपर जानकारी की गई तो पता चला आज की तारीख तक समस्त वार्डों की प्रकाशित ही नहीं हो पाई है और यदि प्रकाशित की गई है तो वह भी आधी अधूरी जिसमें बीएलओ द्वारा निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराए गए परिवर्धन एवं अपमार्जन नामो में से मतदाता सूची में केवल नामों के अपमार्जन किए गए हैं,

इससे निर्वाचन कार्यालय के अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही प्रतीत होती है जोकि निर्वाचन आयोग के आदेशों की अवहेलना कर मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि जब निर्वाचन कार्यालय द्वारा समय से निर्वाचक नामावली का प्रकाशन नहीं किया गया तो बिना दावा आपत्ति एवं उसका निस्तारण किए किस प्रकार से अंतिम सूची प्रकाशित की जा रही है इसलिए पहले 31 अक्टूबर को प्रकाशित की जाने वाली निर्वाचक नामावली को उपलब्ध कराया जाए उसके पश्चात दावा आपत्ति लेकर निस्तारण कर अंतिम सूची प्रकाशित की जाए उन्होंने इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त को फैक्स व ईमेल कर शिकायत पत्र भेजा है जिसमें गंभीरता से संज्ञान लेकर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई कर 31 अक्टूबर 2022 को प्रकाशित की जाने वाली सूची उपलब्ध करवाकर उस पर पूर्व दावा आपत्ति लेकर निस्तारित करने के उपरांत की अंतिम सूची प्रकाशित करने की बात कही है।

 समाजवादी पार्टी के शहर विधानसभा प्रत्याशी रहे पार्षद राजेश अग्रवाल ने कहा कि जब समय से मतदाता सूची प्रकाशित ही नहीं हो सकी तो किस प्रकार उसका निरीक्षण कर उस पर दावा आपत्ति की जाती निर्वाचन अधिकारियों द्वारा खानापूर्ति कर एक पार्टी को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है जिससे कि अंदर ही अंदर मिलीभगत कर उन्हें लाभ पहुंचाया जा सके।

 समाजवादी पार्टी के निवर्तमान महानगर महासचिव पार्षद गौरव सक्सेना ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 2017 के नगर निगम चुनाव में महापौर सहित कई वार्डों में समाजवादी पार्टी की भारतीय जनता पार्टी से करीबी टक्कर रही है और वर्तमान समय में नगर निगम क्षेत्र में फैली अव्यवस्थाओं से जनता परेशान है और अब समाजवादी पार्टी के साथ है इसलिए सत्ता का दुरुपयोग किए जाने की पूरी संभावना है जिस कारण से निर्वाचक नामावलियों को प्रकाशित नहीं किया जा रहा क्योंकि किसी एक वार्ड के वोट दूसरे वार्ड में यदि जोड़ दिए जाते हैं तो कल 18 तारीख को अंतिम सूची प्रकाशित होने के पश्चात उस पर दावा आपत्ति भी नहीं की जा सकेगी जिससे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को नुकसान पहुंच सकता है।

जिलाधिकारी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से निवर्तमान महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, शहर विधानसभा के प्रत्याशी रहे पार्षद राजेश निवर्तमान महानगर महासचिव पार्षद गौरव सक्सेना, शेर सिंह गंगवार, गोविंद सैनी, मोहम्मद वसीम, नाजिम कुरैशी, महेंद्र राजपूत, मो.अशफाक, अनुज आनंद, अमानत अली, आशु सक्सेना, संजीव कश्यप आदि उपस्थित रहे।

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