झारखंड में जैन समाज के सबसे पवित्र व शाश्वत तीर्थों में से एक झारखंड स्थित श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन क्षेत्र बनाए जाने की सरकार की मंशा के खिलाफ जैन समाज ने रैली निकालकर किया प्रदर्शन|
झारखंड में जैन समाज के सबसे पवित्र व शाश्वत तीर्थों में से एक झारखंड स्थित श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन क्षेत्र बनाए जाने की सरकार की मंशा के खिलाफ जैन समाज ने रैली निकालकर किया प्रदर्शन|
बरेली से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट,
जैन समाज के ऐसे पवित्र क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र में परिवर्तित करने का सरकार का प्रयास उसकी स्वतंत्र पहचान व पवित्रता को नष्ट करने की साजिश, सुधीर जैन
बरेली,आज अपने सबसे पवित्र व शाश्वत तीर्थों में से एक झारखंड स्थित श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटन क्षेत्र बनाने की सरकार की मंशा पर जैन समाज बिफर गया और सड़क पर उतर आया।
श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर, बिहारीपुर ढाल पर भगवान श्री पार्श्वनाथ व श्री चंद्र प्रभु जी के जन्म/ तप कल्याणक के आयोजन के उपरांत शांति पूर्वक रैली निकालकर जैन समाज ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।
आंदोलन के विषय में रैली का नेतृत्व कर रहे सौरभ जैन ने बताया कि श्री सम्मेद शिखरजी से जैन धर्म के 20 तीर्थंकर भगवंत सहित अनंत संत मोक्ष पथगामी हुए हैं, ऐसे पवित्र क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र में परवर्तित करने का सरकार का प्रयास उसकी स्वतंत्र पहचान व पवित्रता नष्ट करना है, उन्होंने आगे बताया कि देश ही नहीं अपितु विश्व में भी इस कारण से जैन समाज उद्वेलित है।
मंदिर जी के ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री वी.के. जैन ने बताया कि इस मसले को सरकार के संज्ञान में मार्च से पहले ही डाल दिया गया था व 11 व 18 दिसंबर को रामलीला मैदान दिल्ली में भी इस हेतु विशाल आंदोलन भी हो चुका है, लोकसभा में भी कई सांसद इस विषय को रख चुके हैं। मंत्री प्रकाश चंद जैन ने कहा कि सरकार अपने इस प्रकार के मास्टर प्लान को तुरंत संशोधित करें और अहिंसक जैन समाज को न्याय प्रदान करे।
इसके बाद जिलाधिकारी व मंडलायुक्त को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हेतु ज्ञापन भी भेजे गए।
कार्यक्रम व प्रदर्शन में सौरभ जैन, वी.के. जैन, प्रकाश चंद जैन के अलावा राजेश जैन, के.के. माहेश्वरी, अश्वनी जैन, सत्येंद्र जैन, संजय जैन, कुनाल जैन, सुनील जैन, सतीश चंद जैन, पंडित सुदीप जैन, सुमन अरोड़ा, के. एल. अरोड़ा, अर्चना जैन, सुनीता जैन, रोहिणी जैन, छाया जैन, दिव्या जैन, अनिल जैन, राजीव जयपति, भूपेंद्र जैन, राजेंद्र जैन, देवेंद्र जैन, सुधीर मित्तल आदि की सक्रिय भागीदारी रही,