भारत में अलग-अलग परंपरा विविधता भाषाओं के देश में सर्वोच्च पद महामहिम राष्ट्रपति को मंदिर में नहीं घुसने दिया जाता यूसीसी के नाम पर लोकतंत्र खतरे में-- गादरे
Report By : Mohd Anas
(बहुजन मुक्ति पार्टी का कार्यकर्ता सम्मान कार्यक्रम में जोरदार सोहार्द पूर्ण भाईचारा कायम करने पर एकजुट)*
गाजियाबाद:-भारत देश में अलग-अलग विविधता परम्परा भाषाओं के देश में सर्वोच्च पद महामहिम राष्ट्रपति को मंदिर में नहीं घुसने दिया जाता यूसीसी के नाम पर लोकतंत्र खतरे में संविधान को नकारा जा रहा है।
बहुजन मुक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं का सम्मान कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष राजुद्दीन गादरे, गाजियाबाद जिला कोर्डिनेटर नीरज पटेल जिलाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिद्धार्थ जिला उपाध्यक्ष रवि गौतम उपस्थित साथियों का एक दूसरे का सौहार्द पूर्ण भाईचारा कायम करते हुए सम्मान किया गया।
बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजुद्दीन गादरे ने कहा कि सरकार केंद्र की हो या प्रदेश की हर मुद्दे पर फेल हो चुकी है। पिछड़ों अति पिछड़ों को अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति ही नहीं अल्पसंख्यकों को फूल बरसाकर लालायित कर पाखंडवाद बाबावाद गुलाम गिरी व्यवस्था की और अग्रसर कर रही है लेकिन आज समाज को शिक्षित करने की जरूरत है। आज मंहगाई बेरोजगारी ऊंच-नीच पाखंडवाद बाबावाद गुलाम गिरी अत्याचार भ्रष्टाचार निजीकरण जैसी समस्या सर चढ़ कर चर्म सीमा लांघ चुकी है लेकिन सरकार धर्म-कर्म हिंदू मुस्लिम के मुद्दों में उलझाकर भारत के मूल निवासियों को हक अधिकारों से वंचित कर रही है।
सर्वोच्च पद महामहिम राष्ट्रपति जी को मंदिर में नहीं घुसने दिया जाता और यूसीसी के मुद्दों में उलझाकर भारतीय संविधान को नकारने का काम किया जा रहा है।
कार्यक्रम में जिला गाजियाबाद की कार्यकारिणी में बहुजन मुक्ति पार्टी का परिवार बढ़ाते हुए *जिला उपाध्यक्ष के पद पर नसीमुद्दीन सैफी, मोदीनगर विधानसभा अध्यक्ष चौधरी नसीम और चौ अब्दुल वहीद मुल्ला जी चौ महफूज को सलाहकार* के पद पर मनोनीत किए गए। दर्जनों ने सदस्यता ग्रहण की और लोकतंत्र बचाने की शपथ ली।
जिला संयोजक नीरज पटेल ने कहा कि आज हमें यूसीसी की जरूरत ही नहीं है लेकिन देश के मंदिरों से जनता के आभूषणों को लूटा गया देश से दर्जनों लोगों को ऋण देकर भगाया गया हिंदू कोई जाति ऊंचा नीचा बनाकर आजादी के नाम पर कलंक है। जिला उपाध्यक्ष सिद्धार्थ ने कहा कि हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जैन आदि भारत के मूल निवासियों को आपस में लड़ाकर 3% के मनुवादी षड्यंत्रकारी देश की सत्ता पर काबिज हो गए हैं।
कार्यक्रम में लोकेश जसवंत सिंह मोहम्मद असलम एडवोकेट सरिता मोहम्मद फुरकान सुहेल अहमद इदरीसी फोजान सैफी, नूर मोहम्मद आरिफ खान राजू भाई मेहरबान अली रियासत सुखदेव सिंह सुरेश कश्यप महेंद्र वर्मा आदि ने अपने अपने विचार रखे।