कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस तथा पहलगाम के शहीदों की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन सेंट चार्ल्स इंटर कॉलेज के ऑडिटोरियम में किया गया ।
कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस तथा पहलगाम के शहीदों की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन सेंट चार्ल्स इंटर कॉलेज के ऑडिटोरियम में किया गया ।श्रद्धांजलि सभा में सभी धर्म के धर्मगुरु एवं प्रतिनिधि सम्मिलित हुए ।
सनातन धर्म के प्रतिनिधि के रूप में शिक्षक दीपक शर्मा ने वेटिकन सिटी के प्रमुख फ्रांसिस को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सनातन संस्कृति सर्वधर्म की संस्कृति है सभी धर्म को बराबर मानती है तथा
सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया
पर विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि सनातन सूत्र के रूप में
हिंदू भवंतु सुखिनः हिंदू संतु निरामया
ना होना इस बात का प्रमाण है कि हिंदू धर्म सहिष्णु है तथा सभी धर्म का सम्मान करता है ।इसी प्रकार सभी धर्म में अच्छी बातें बताई गई है शांति के मार्ग पर चलना बताया गया है लेकिन कुछ लोगों की कुत्सित विचारधारा के कारण पूरा विश्व अशांति की चपेट में है जिसे दूर करने के लिए समाज के लोगों को बिना डरे अपनी बात रखनी होगी। आतंकवादियों की बिना किंतु परंतु के निंदा करनी होगी।
मुस्लिम समाज की ओर से बोलते हुए पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष असद गालिब ने कहा कि पोप फ्रांसिस एक महान शख्सियत थे उन्होंने विश्व को अनेक शिक्षाएं दी । इस समय पर उनका चले जाना दुखद है ।
सिख धर्म की ओर से ज्ञानी मदन सिंह ने गुरुओं का संदेश सुनाया तथा कहा
एक नूर ते सब जग उपजिया को ले को मंदे
उन्होंने सिख धर्म की ओर से श्रद्धांजलि प्रस्तुत की ।
जैन धर्म की ओर से पंडित दीपक दिवाकर ने जैन धर्म की शिक्षाओं की दृष्टि से अपने विचार प्रस्तुत किया। मेरठ धर्म प्रांत के बिशप ने विस्तार पूर्वक को फ्रांसिस की शिक्षाओं पर प्रकाश डाला तथा बताया कि उनकी सभी धर्म के प्रति समान निष्ठा थी ।सिस्टर मीना नायडू ने पोप फ्रांसिस के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला ।
ई पी चार्ल्स के संचालन में हुए कार्यक्रम के दौरान फादर पीटर प्रकाश फादर एंटोनी, सूर्य देव त्यागी सतीश जैन, शाहवेज अंसारी, प्रतीश कुमार, ब्रदर चाको सिस्टर लीजा संजय चार्ल्स पुरोहित आदि सैकड़ो ईसाई धर्मावलंबी उपस्थित थे