अगर सपा सरकार होती तब तो मान लिया जाता ही डॉक्टर मोहम्मद फुरकान अंसारी को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, परंतु योगी सरकार में कौन संरक्षण दे रहा है?
रिपोर्ट- नाज़िश अली
बदायूं ,एडी हेल्थ से लेकर सीएमओ बदायूं तक को ठेंगा दिखाकर डॉक्टर मोहम्मद फुरकान अंसारी अल सरकार मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर में लगातार अपनी सेवाएं देकर सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है। यह बाद स्थानीय दैनिक अखबार में छपे अल सरकार मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर के विज्ञापन से स्पष्ट हो रही है।
आपको बताते चलें जनपद बदायूं में तैनात डॉक्टर मोहम्मद फुरकान अंसारी वर्ष 2023 में जिला कारागार बदायूं में तैनाती के दौरान तीन माह गैर हाजिर रहने के बाद मीडिया की सुर्खियां बना रहा, परंतु योगी सरकार में सीएमओ बदायूं से लेकर एडी हेल्थ का कृपा पात्र होने का फायदा उठाते हुए अल सरकार मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर, रज़ा हॉस्पिटल व बालाजी हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं दे रहा है। गौरतलब है कि बदायूं में तैनात डॉक्टर मोहम्मद फुरकान अंसारी का मामला जब लगातार मीडिया की सुर्खियां बनने लगा तब वर्तमान सीएमओ बदायूं ने 17 फरवरी 2025 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक आसफपुर से डॉक्टर मोहम्मद फुरकान अंसारी की आख्या मांगी, जिसके जवाब में चिकित्सा अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिसौली ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी बदायूं को अवगत कराते हुए पत्र के माध्यम से बताया कि 1 फरवरी 2025 से 17 फरवरी 2025 तक बिना किसी पूर्व सूचना के डॉक्टर मोहम्मदपुर खान अंसारी अनुपस्थित चल रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि डॉक्टर मोहम्मद फुरकान अंसारी वर्ष 2023 से लगातार कार्य सरकार में लापरवाही बरतने के बात भी विभागीय कार्रवाई से आखिर क्यों बच जाते हैं। यह प्रश्न सीएमओ बदायूं से लेकर एडी हेल्थ तक की कार्य शैली पर कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है।
अगर सपा सरकार होती तब तो मान लिया जाता की डॉक्टर मोहम्मद फुरकान अंसारी को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। परंतु योगी सरकार में डॉ मोहम्मद फुरकान अंसारी को आखिर किसका संरक्षण प्राप्त है, जो सरकारी नौकरी में होते हुए भी स्वास्थ्य विभाग और सरकार को ठेंगा दिखाते हुए धड़ल्ले से प्राइवेट अस्पतालों में खुलेआम कार्य कर रहा है।